LIVE BLOG
More UpdatesMore Updates

Happy Republic Day 2022: तस्वीरों से दें गणतंत्र दिवस की बधाई, कहें- वीरों के बलिदान की कहानी है ये

गणतंत्र दिवस के मौके पर आप अपने दोस्तों,परिजनों को इन तस्वीरें,संदेशों के जरिए बधाई दे सकते हैं। भारत में 'गणतंत्र दिवस' बेहद खास पर्व है, इस खास दिन यहां अपने प्रियजनों के साथ साझा करने के लिए कुछ सुंदर और देशभक्ति भरी विशेज साझा कर रहे हैं।

Happy Republic Day 2022 Wishes Images
तस्वीर साभार:  Times Now
Happy Republic Day 2022 Wishes Images

26 जनवरी को भारत देश में गणतंत्र दिवस का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। यह वो दिन है जब भारत का संविधान लागू हुआ था। इस मौके पर लोग एक दूसरे को देशभक्ति के संदेश भेजकर बधाई देते हैं, शुभकामनाएं देते हैं । लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों व परिवारीजनों को republic day quotes in hindi, republic day poetry messages in hindi व republic day wishes images भेजकर 26 जनवरी की शुभकामनाएं देते हैं। आप भी नीचे दिए गए 26 january Quotes in hindi, Republic day whatsapp messages की मदद से शुभकामना दे सकते हैं। 

इस दिन नई दिल्‍ली में राजपथ पर परेड निकाली जाती है जिसमें भारत की तीनों सेनाओं की झांकियां, हर राज्‍य की झांकियां और कई विभागों की झांकियां शामिल होती है। स्‍कूलों और कॉलेजों में आजादी के तराने गाए जाते हैं। बच्‍चे और युवा तिरंगा हाथ में थामे रास्‍तों पर घूमते नजर आते हैं। सभी संस्‍थानों में ध्‍वजारोहण होता है और राष्ट्रगान गाना जाता है।

Jan 26, 2022  |  02:55 PM (IST)
वीरों के बलिदान की कहानी है ये

वीरों के बलिदान की कहानी है ये
मां के कुर्बान लालों की निशानी है ये
यूं लड़-लड़ कर इसे तबाह ना करना
देश को धर्म के नाम पर नीलाम ना करना
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

Jan 26, 2022  |  02:15 PM (IST)
ना सर झुका है कभी और ना झुकाएंगे कभी

देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है
Happy Republic Day 2022

ना सर झुका है कभी और ना झुकाएंगे कभी
जो अपने दम पे जिए सच में जिंदगी है वही
गणतंत्र दिवस की बधाई 

Jan 26, 2022  |  01:31 PM (IST)
हर एक दिल में हिंदुस्तान है

हर एक दिल में हिंदुस्तान है,
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान है।
भारत मां के बेटे हैं हम,
इस मिट्टी पर हम सब को अभिमान है।

गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

Jan 26, 2022  |  12:51 PM (IST)
ना जियो धर्म के नाम पर

ना जियो धर्म के नाम पर
ना मरो धर्म के नाम पर
इंसानियत ही है धर्म वतन का
बस जियो वतन के नाम पर
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Happy Republic Day 2022

Jan 26, 2022  |  11:06 AM (IST)
ना पूछो जमाने से कि क्या हमारी कहानी है

ना पूछो जमाने से कि क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिंदुस्तानी हैं


गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! 

Jan 26, 2022  |  10:30 AM (IST)
देशभक्तों से ही देश की शान है

देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है
Happy Republic Day 2022

Jan 26, 2022  |  09:28 AM (IST)
हर एक दिल में हिंदुस्तान है

विश्व में गूंज रही भारत के गौरव की कहानी,
गर्व है हमें हमारी पहचान पर,
कि हम सब हैं हिंदुस्तानी।

गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

हर एक दिल में हिंदुस्तान है,
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान है।
भारत मां के बेटे हैं हम,
इस मिट्टी पर हम सब को अभिमान है।

गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

Jan 26, 2022  |  08:56 AM (IST)
अमित शाह ने दी बधाई

सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं। भारतीय गणतंत्र के गौरव, एकता व अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले सभी जवानों को नमन। आइए आज हम सभी स्वाधीनता के लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता सुनिश्चित करने का संकल्प लें: गृह मंत्री अमित शाह

Jan 26, 2022  |  08:17 AM (IST)
भारतीय सैनिक कहते हैं…

भारतीय सैनिक कहते हैं…

इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना,

रौशनी होगी, चिरागों को जलाये रखना।

लहू देकर जिसकी हिफाजद की हमने,

उस तिरंगे को आँखों में बसाये रखना।

आपको और आपके परिवार को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

Happy Republic Day 2022

Jan 26, 2022  |  07:48 AM (IST)
पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा- आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। जय हिंद! Wishing you all a happy Republic Day. Jai Hind! #RepublicDay
Jan 26, 2022  |  07:22 AM (IST)
मनोज मुंतशिर की कविता
सरहद पे गोली खाके जब टूट जाए मेरी सांस
मुझे भेज देना यारों मेरी बूढ़ी मां के पास

बड़ा शौक था उसे मैं घोड़ी चढूं
धमाधम ढोल बजे
तो ऐसा ही करना 
मुझे घोड़ी पे लेके जाना
ढोलकें बजाना 
पूरे गांव में घुमाना
और मां से कहना 
बेटा दूल्हा बनकर आया है
बहू नहीं ला पाया तो क्या
बारात तो लाया है

मेरे बाबूजी, पुराने फ़ौजी, बड़े मनमौजी
कहते थे- बच्चे, तिरंगा लहरा के आना
या तिरंगे में लिपट के आना
कह देना उनसे, उनकी बात रख ली
दुश्मन को पीठ नहीं दिखाई
आख़िरी गोली भी सीने पे खाई

मेरा छोटा भाई, उससे कहना 
क्या मेरा वादा निभाएगा
मैं सरहदों से बोल कर आया था
कि एक बेटा जाएगा तो दूसरा आएगा

मेरी छोटी बहना, उससे कहना
मुझे याद था उसका तोहफ़ा
लेकिन अजीब इत्तेफ़ाक़ हो गया
भाई राखी से पहले ही राख हो गया

वो कुएं के सामने वाला घर
दो घड़ी के लिए वहां ज़रूर ठहरना
वहीं तो रहती है वो
जिसके साथ जीने मरने का वादा किया था
उससे कहना 
भारत मां का साथ निभाने में उसका साथ छूट गया
एक वादे के लिए दूसरा वादा टूट गया

बस एक आख़िरी गुज़ारिश 
आख़िरी ख़्वाहिश
मेरी मौत का मातम न करना
मैने ख़ुद ये शहादत चाही है
मैं जीता हूं मरने के लिए
मेरा नाम सिपाही है

- मनोज मुंतशिर

Jan 26, 2022  |  07:05 AM (IST)
गणतंत्र दिवस की कविताएं

एक और जंजीर तड़कती है, भारत मां की जय बोलो।
इन जंजीरों की चर्चा में कितनों ने निज हाथ बंधाए,
कितनों ने इनको छूने के कारण कारागार बसाए,
इन्हें पकड़ने में कितनों ने लाठी खाई, कोड़े ओड़े,
और इन्हें झटके देने में कितनों ने निज प्राण गंवाए!
किंतु शहीदों की आहों से शापित लोहा, कच्चा धागा।
एक और जंजीर तड़कती है, भारत मां की जय बोलो।

जय बोलो उस धीर व्रती की जिसने सोता देश जगाया,
जिसने मिट्टी के पुतलों को वीरों का बाना पहनाया,
जिसने आजादी लेने की एक निराली राह निकाली,
और स्वयं उसपर चलने में जिसने अपना शीश चढ़ाया,
घृणा मिटाने को दुनियाँ से लिखा लहू से जिसने अपने,
'जो कि तुम्हारे हित विष घोले, तुम उसके हित अमृत घोलो।'
एक और जंजीर तड़कती है, भारत मां की जय बोलो।

कठिन नहीं होता है बाहर की बाधा को दूर भगाना,
कठिन नहीं होता है बाहर के बंधन को काट हटाना,
गैरों से कहना क्या मुश्किल अपने घर की राह सिधारें,
किंतु नहीं पहचाना जाता अपनों में बैठा बेगाना,
बाहर जब बेड़ी पड़ती है भीतर भी गांठें लग जातीं,
बाहर के सब बंधन टूटे, भीतर के अब बंधन खोलो।
एक और जंजीर तड़कती है, भारत मां की जय बोलो।

कटीं बेड़ियां औ' हथकड़ियां, हर्ष मनाओ, मंगल गाओ,
किंतु यहां पर लक्ष्य नहीं है, आगे पथ पर पांव बढ़ाओ,
आजादी वह मूर्ति नहीं है जो बैठी रहती मंदिर में,
उसकी पूजा करनी है तो नक्षत्रों से होड़ लगाओ।
हल्का फूल नहीं आजादी, वह है भारी जिम्मेदारी,
उसे उठाने को कंधों के, भुजदंडों के, बल को तोलो।
एक और जंजीर तड़कती है, भारत मां की जय बोलो।

हरिवंश राय बच्चन

Jan 26, 2022  |  06:30 AM (IST)
आन देश की शान देश की...

आन देश की शान देश की
देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा
हमारी यह पहचान है

------------------------------

ना जियो धर्म के नाम पर
ना मरो धर्म के नाम पर
इंसानियत ही है धर्म वतन का
बस जियो वतन के नाम पर
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Happy Republic Day 2022

Jan 26, 2022  |  06:26 AM (IST)
लाल चन्द फ़लक ने क्‍या कहा...

भारत के ऐ सपूतो हिम्मत दिखाए जाओ
दुनिया के दिल पे अपना सिक्का बिठाए जाओ
- लाल चन्द फ़लक

Jan 26, 2022  |  06:18 AM (IST)
सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा

सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा,
हम बुलबुले हैं इसके,
ये गुलिस्तान हमारा…
Happy Republic Day 2022

Jan 26, 2022  |  12:27 AM (IST)
क्यों मनाते हैं गणतंत्र दिवस?

26 जनवरी 1950 के दिन भारतीय संविधान को अपनाया गया था, इसलिए हर वर्ष 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। संविधान के तहत भारत को एक लोकतांत्रिक, संप्रभु और गणतंत्र देश घोषित किया गया है। 26 जनवरी 1950 के दिन भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के साथ भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था। 

Jan 25, 2022  |  11:45 PM (IST)
ड्रोंस ने बनाई खास आकृतियां
बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के रिहर्सल के दौरान भारत में बने एक हजार ड्रोंस ने गणतंत्र दिवस 2022 से पहले विजय चौक पर अलग-अलग आकृतियां बनाईं जिन्होंने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया। यह खूबसूरत तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
Jan 25, 2022  |  11:21 PM (IST)
कब मनाया गया था पहला गणतंत्र दिवस?

भारत में पहला गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 के दिन मनाया गया था। भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने इस दिन ध्वजारोहण कर भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था।

Jan 25, 2022  |  10:23 PM (IST)
Republic Day 2022 Wishes: यही अरमान है बस मेरा
यही अरमान है बस मेरा
आउंगा में वापस जरूर
जिंदा रहूं या फिर मुर्दा आऊं
लेकिन तिरंगा में लिपटकर आऊं॥
Jan 25, 2022  |  09:53 PM (IST)
Happy Republic 2022: बचपन भी एक दौर था
बचपन भी एक दौर था
गणतंत्र दिवस में एक शोर था
आज ना जाने क्या हो गया देश को
इंसानों में मजहबी बैर हो गया॥