योगी सरकार के राज्‍यमंत्री अनिल शर्मा के खिलाफ केस दर्ज, फर्जी दस्‍तावेजों से करोड़ों की जमीन कब्‍जाने का आरोप

उत्‍तर प्रदेश सरकार में वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री और शिकारपुर विधायक अनिल शर्मा के खिलाफ फर्जी दस्‍तावेजों के जरिये जमीन हड़पने का केस दर्ज हुआ है।

Case registered against Anil Sharma, Minister of State in Yogi government, alleging possession of land worth crores from fake documents
यूपी के राज्यमंत्री अनिल शर्मा के खिलाफ केस  

उत्‍तर प्रदेश सरकार में वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री और शिकारपुर विधायक अनिल शर्मा के खिलाफ एमपी एमएलए विशेष कोर्ट में कूट रचित दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी करने का मामला परिवाद के रूप में दर्ज किया गया है। बुलंदशहर के वैष्णो इंफ्राहोम्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक ने बीते दिनों विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए के न्यायालय में शिकायती पत्र दायर किया था। उन पर डीएम रोड स्थित करोड़ों रुपये की जमीन पर कब्जा करने के लिए धोखाधड़ी से फर्जी कागजात तैयार करने का आरोप लगा है। उन्हें 10 नवंबर को न्यायालय में पेश होने का आदेश दिया गया है। 

सुनवाई के बाद एमपी एमएलए विशेष कोर्ट ने मामले को गंभीर माना और परिवाद के रूप में दर्ज कर लिया। राज्यमंत्री अनिल शर्मा को कोर्ट ने 10 नवंबर को न्यायालय में पेश होने का आदेश दिया। मामले में न्यायालय ने आदेश जारी कर अनिल शर्मा को धारा 420, 468 व 471 के तहत दंडनीय अपराध के विचरण के लिए आहुत किया है। कोर्ट ने कहा कि पीड़ित ने अदालत में जमीन के मूल दस्तावेज पेश किए हैं और प्रथम द्दष्टया ऐसा लगता है कि अन्य पक्ष (जो कि अनिल शर्मा हैं) उन्होंने अवैध रूप से अतिक्रमण करने के लिए जमीन के फर्जी दस्तावेजों को आधार बनाया है। आरोप लगाने वाले पंकज अग्रवाल ने सीएम से भी शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।

ये है पूरा मामला 

फर्म वैष्णो इंफ्राहोम्स प्राइवेट लि. के निदेशक पंकज अग्रवाल ने शिकायत की कि डीएम रोड पर कब्रिस्तान के सामने करोड़ों की संपत्ति पर वर्षों से विवाद है। इस संपत्ति के मालिकान ने उनकी फर्म के तीन निदेशकों के नाम बैनामा किया था। उनका कहना है कि अनिल शर्मा ने एक पुराने बैनामे की आड़ में फर्जी दस्तावेज तैयार किए। शिकायत के अनुसार 980 गज जमीन राज्यमंत्री की परदादी स्व. पानो देवी के नाम से खरीदी गई, जिसे बाद में बेच दिया गया। इस बैनामे में अनिल शर्मा गवाह थे। अब राज्यमंत्री ने 2405.59 वर्ग गज जमीन पर अपना दावा किया है। वह अपने पद का फायदा उठाकर जालसाजी कर फर्जी दस्तावेज तैयार करवा लाए।

क्‍या बोले राज्‍यमंत्री 

इस मामले में राज्‍यमंत्री और शिकारपुर विधायक अनिल शर्मा का कहना है कि शिकायतकर्ता के खिलाफ पहले ही धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। इस परिवाद के खिलाफ न्यायालय में दस्तावेजों के साथ अपना पक्ष रखेंगे। जमीन हमारे पूर्वजों की है। मेरी परदादी के नाम इसका बैनामा है। इस मामले में डीएम व अन्य अधिकारी ने जांच की है। बता दें कि अनिल शर्मा तीसरी तीन बार के विधायक हैं। इससे पहले वह खुर्जा विधानसभा से बसपा के टिकट पर दो बार विधायक रह चुके हैं।

Lucknow News in Hindi (लखनऊ समाचार), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।

अगली खबर