Mumbai Corona: मुंबई में कोरोना की नई लहर का खतरा! जंबो कोविड सेंटर में बच्चों के लिए 100 बेड तैयार

Mumbai Corona: मुंबई में कोरोना की नई लहर का खतरा मंडराने लगा है। इस बार कोरोना संक्रमण का असर ज्यादा बच्चों पर पड़ेगा। कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है।

Mumbai Corona
मुंबई में कोरोना की नई लहर का बढ़ा खतरा  
मुख्य बातें
  • मुंबई में कोरोना की नई लहर का बढ़ा खतरा
  • प्रशासन ने कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए शुरू की तैयारियां
  • कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों पर पड़ेगा ज्यादा प्रभाव

Mumbai Corona: भारत कोरोना वायरस के संकट से उबर रहा है। वहीं, अब कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते महाराष्ट्र विशेष रूप से सतर्क है। कोरोना की नई लहर को लेकर मुंबई के अधिकारियों की चिंता भी बढ़ गई है। मुंबई के अधिकारियों का कहना है कि नई लहर समय से जल्दी आ सकती है। इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। मुंबई के सबसे बड़े ग्राउंड बीकेसी में जंबो कोविड सेंटर में बच्चों के लिए 100 कोविड बेड तैयार किए जा रहे हैं।

बीकेसी जंबो सेंटर के डीन डॉक्टर राजेश डेरे ने कहा, 'तीसरी लहर में बच्चों पर ज्यादा प्रभाव पड़ने का अंदेशा है। ऐसे में टास्क फोर्स की गाइडलाइन के हिसाब से हम तैयारी कर रहे हैं। हमारा 100 बेड का वॉर्ड दो दिन में तैयार हो जाएगा।' मुंबई के टास्क फोर्स के अधिकारियों ने बताया कि यूं तो नई लहर 100-120 दिन के अंतराल के बाद देखी गई है, लेकिन कई देशों में फिर से कोरोना पैर पसार रहा है।

हॉट स्पॉट रहा मुंबई है पूरी तरह से सतर्क

तीसरी लहर की आशंका के चलते सभी देशों को भी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। कोरोना के नये वेरिएंट को देखते हुए हॉट स्पॉट रहा मुंबई पूरी तरह से सतर्क है। थर्ड वेव आठ हफ्तों से भी कम समय में आई महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर राहुल पंडित ने कहा, 'कई मैथमैटिकल मॉडल हैं जो बताते हैं कि दो लहर के बीच में 100 से 120 दिनों का अंतर हो सकता है। लेकिन, कई देश ऐसे हैं, जहां थर्ड वेव आठ हफ्तों से भी कम समय में आई है। ऐसे में हमें बुरे से बुरे दौर के लिए तैयार रहना है, ताकि हमारी तैयारी पुख्ता रहे। हम ऑफ गार्ड ना पाए जाएं।

बच्चों पर पड़ सकता है तीसरी लहर का प्रभाव

इसके साथ-साथ टीकाकरण और कोरोना अप्रोप्रिएट बिहेवियर पर भी फोकस करना होगा। तैयारी बेहद जरूरी स्टेट टास्क फोर्स के अनुसार, बच्चों पर संभावित खतरे के अलावा तीसरी लहर का प्रभाव ऐसे लोगों पर भी पड़ सकता है, जो दोनों लहर में कोविड से बचे रहे। फोर्स के सदस्य डॉक्टर ओम श्रीवास्तव ने कहा, 'तैयारी बेहद जरूरी है। अंदेशा है कि, बच्चों पर तीसरी लहर का प्रभाव पड़ सकता है। उन लोगों पर इसका असर पड़ सकता है, जो दोनों कोविड लहर में बचे रहे। हालांकि, ऐसी संभावना बनी हुई है, हम इसे लेकर कुछ पुख्ता नहीं बता सकते।'

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