BMC Tree Cutting: गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड पर बाधा बने 1,100 पेड़ कटेंगे, सुगम यातायात बनाने की कवायद शुरू

BMC Tree Cutting: मुलुंड-गोरेगांव लिंक रोड के निर्माण में बाधा बनने वाले 1100 पेड़ों को काटा जा रहा है। बीएमसी के इस फैसले का पर्यावरण प्रेमी पेड़ों को बचाने के लिए विरोध कर रहे हैं। इस योजना में छह हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे।

BMC Tree Cutting
गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड निर्माण में कटेंगे 1100 पेड़  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड निर्माण को काटे जाएंगे 1100 पेड़
  • बीएमसी की सरल यातायात बनाने की कायवाद शुरू 
  • बीएमसी के फैसले का विरोध कर रहे पर्यावरण प्रेमी

BMC Tree Cutting: मुलुंड-गोरेगांव लिंक रोड के निर्माण में बाधा बनने वाले 1100 पेड़ों को काटा जाएगा। पूर्व उपनगर से पश्चिम उपनगर को जोड़ने वाले गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड बनाने पर मनपा कुल छह हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी। गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड पर अड़चन बनने वाले पेड़ों को काटने के लिए नोटिस 2020 में दिया गया था, लेकिन उस दौरान कोरोना महामारी के कारण इस पर कार्रवाई करने से रोक दिया गया था। उल्लेखनीय है कि मुलुंड-गोरेगांव लिंक रोड बनाने के लिए बीएमसी ने पहले ही योजना बनाई थी। 

मनपा ने इस परियोजना के तहत पूर्व उपनगर से पश्चिम उपनगर को जोड़ा जाएगा। मनपा ने इस परियोजना के लिए छह हजार करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय लिया है। गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड परियोजना में कुल 1100 पेड़ बाधा बन रहे हैं, जिन्हें काटने के लिए मनपा ने नोटिस जारी किया है। पर्यावरण प्रेमी पेड़ों को बचाने के लिए मनपा के इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं।

424 पेड़ गोरेगांव की ओर

बता दें कि मनपा द्वारा पेड़ों को काटने के लिए दी गई नोटिस में 561 पेड़ मुलुंड की ओर हैं, जबकि 424 पेड़ गोरेगांव की ओर हैं। पश्चिम एक्सप्रेस हाइवे गोरेगांव से शुरू होकर ओबेरॉय मॉल होते हुए मुलुंड पूर्व ऐरोली नाका जंक्शन के पास निकलेगा। इसके साथ ही तानसा पाइप लाइन खिडण्डीपाड़ा तक जाएगी। इस लिंक रोड के बन जाने से पूर्व उपनगर और पश्चिम उपनगर जुड़ जाएगा और लोगों को आने-जाने में आसानी होगी। मनपा के गार्डेन विभाग ने यह जानकारी दी कि पेड़ों को काटने के लिए लोगों से 2020 में शिकायत मांगी गई थी, अब यह दोबारा मांगी जा रही है।

आरे कॉलोनी की तरफ आने वाले सभी रास्तें किये थे बंद

मनपा का कहना है कि, कुल 1100 पेड़ों में से कुछ पेड़ों को बचाया भी जा सकता है, जिसके लिए दोबारा सर्वे किया जा रहा है। आपको बता दें कि, अक्टूबर 2019 में राजधानी मुंबई के आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर जो विवाद शुरू हुआ था आज फिर से गहराता जा रहा है। उस समय पुलिस ने पेड़ कटाई का विरोध कर रहे लगभग 200 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया था। एहतियात के तौर पर पुलिस ने आरे कॉलोनी की तरफ आने वाले सभी रास्तों को भी बंद कर दिया था। इसके साथ ही आरे कॉलोनी के आसपास के इलाके में धारा 144 लगा दी गई थी।

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