Mumbai Police: क्राइम ब्रांच अफसर बनकर पुलिस कांस्टेबल ने बिजनेसमैन को ठगा, मामला दर्ज, गिरफ्तार

Mumbai Police: मुंबई से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पुलिस कांस्टेबल ने ही बिजनेसमैन को गलत तरह डरा धमकाकर ठग लिया। पुलिस ने आरोपी समेत उसके सभी साथियों को गिरफ्तार कर लिया है।

 Mumbai Police
पुलिस कांस्टेबल ने क्राइम ब्रांच अफसर बनकर बिजनेसमैन को ठगा (प्रतीकात्मक फोटो)  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • मुंबई पुलिस के कांस्टेबल ने कारोबारी को लूटा
  • कारोबारी से खुद को बताया क्राइम ब्रांच अफसर
  • ठगी के बाद कारोबारी ने पुलिस से मांग मदद

Mumbai Police: जब समाज के रक्षक ही लोगों को लूटने का काम करने लगेंगे तो आप खुद सोचिए, कितना डरावना वातावरण हो जाएगा। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि मुंबई से जो खबर सामने आई वो आपको हैरान कर देगी। जहां एक बिजनेसमैन को ठगने वाला, कोई और नहीं बल्कि पुलिस का सिपाही ही निकला। दरअसल, अग्रीपाड़ा पुलिस ने एक बर्खास्त पुलिस कांस्टेबल समेत चार लोगों को अपराध शाखा के अधिकारियों के रूप में पेश करने और एक व्यापारी को उसकी सोने की पिघलने वाली इकाई पर छापेमारी करने के बहाने करीब चार लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि, घटना के बाद कांस्टेबल चंद्रकांत गावारे (52) और उसके दो साथी योगेश लाड (40) और सागर राजबहादुर सिंह (39) दोपहर करीब साढ़े तीन बजे कारोबारी की यूनिट में गए। तीनों ने मोहम्मद सिराज शेख के रूप में पहचाने जाने वाले 36 वर्षीय व्यवसायी को धमकाया। उन्होंने कथित तौर पर उससे कहा कि, उसके पास यूनिट चलाने के लिए आवश्यक अनुमति नहीं है, जबकि उसने गैस सिलेंडर का उपयोग करने की अनुमति नहीं मांगी थी। जिसका उपयोग वह सोने को पिघलाने के लिए कर रहा है।

ऐसे की कारोबारी के साथ ठगी

पुलिस सिपाही ने सोने के कीमती सामान और उसकी सोने की पिघलने वाली मशीनों को जब्त करने की भी धमकी दी। उन्होंने शेख को गिरफ्तारी की धमकी देकर डराया और कहा कि, उसे कम से कम छह महीने कैद की सजा दी जाएगी। बाद में, जब शेख ने उन्हें गिरफ्तार न करने का अनुरोध किया तो गवारे ने उससे 4 लाख रुपये की मांग की, लेकिन शेख ने उसे बताया कि, उसके पास इतनी नकदी नहीं है और उसने अपने दोस्त को कर्ज के लिए बुलाया। घटना का पता देर शाम को चला, जब शिकायतकर्ता ने घर जाकर अपनी पत्नी को छापेमारी की सूचना दी और अग्रीपाड़ा थाने में मामला दर्ज कराया गया।

आरोपी पुलिस हिरासत में 

शिकायत मिलने पर पुलिस ने जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया तो उन्हें गावारे की तस्वीर मिली। पुलिस अपने आधिकारिक रिकॉर्ड से उसके नालासोपारा घर का पता हासिल करने में कामयाब रही और एक टीम भेजी गई और दबोच लिया गया। गवारे और उसके साथियों ने पुलिस को बताया कि, उन्हें शेख की यूनिट के बारे में मोहम्मद नावेद सलीम परमार से सूचना मिली थी, जिसे भी गिरफ्तार कर लिया गया था। कोर्ट ने चारों को पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
 

Mumbai News in Hindi (मुंबई समाचार), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।

अगली खबर