Greater Noida News: बिन मौसम बरसात की कहावत सभी ने सुनी होगी, लेकिन बिना बारिश के बाढ़ की बात सुनकर शायद आपको यकीन ना आए क्योंकि नोएडा और एनसीआर में लोग अभी तक अच्छी बारिश के लिए तरस रहे हैं, वहीं यमुना नदी उफान पर है। नदी के उफान पर होने से लगातार बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण सिंचाई विभाग ने अलर्ट घोषित कर दिया है और लगातार बढ़ते पानी की मॉनिटरिंग की जा रही है।
गौरतलब है कि, गौतमबुद्धनगर के यमुना ओखला बैराज से प्रवेश करते हुए आम दिनों में एक नहर के रूप में बहने वाली यमुना में मौजूदा समय में जलस्तर काफी बढ़ चुका है। इसके पीछे का कारण, हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्थित हथिनी कुंड बैराज से करीब 2.21 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाना बताया जा रहा है। ये पानी दिल्ली होते हुए नोएडा की ओर आ रहा है। दिल्ली में ही यमुना खतरे के निशान के पास बह रही है।
यमुना में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारी अलर्ट मोड पर दिखाई दे रहे हैं। वे लगातार यमुना के जलस्तर के बढ़ने की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। नोएडा के बाढ़ नियंत्रण केंद पर तैनात सिंचाई विभाग के जेई संजीव कुमार ने बताते हुए कहा कि, यमुना के किनारे 10 से 15 गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं लेकिन अभी तक ऐसा कोई भी खतरा नजर नहीं आ रहा है। ग्रेटर नोएडा के मोमनाथल में जलस्तर काफी बढ़ा गया है। हालांकि स्थिति पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा नजर रखी जा रही है। सिंचाई विभाग के अधिकारी संजीव कुमार का कहना है कि, हथिनी कुंड बैराज से जो पानी छोड़ा गया है, वह अभी तक यहां नहीं पहुंचा है। रविवार शाम तक उसके पहुंचने की संभावना है लेकिन उससे पहले ही ओखला बैराज से 52000 क्यूसेक पानी को छोड़ा गया है जिससे आपको यहां पर बहता हुआ पानी दिख रहा है। अभी किसी गांव को कोई खतरा नहीं है क्योंकि पानी गांव से दूर है। विभाग द्वारा पानी की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे हैं।