Bihar Government School: बिहार के इस स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के बदले उनसे कराया जाता है काम, वीडियो वायरल

Bihar Education System: बिहार के एक स्कूल का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें बच्चे कुदाल और कुल्हाड़ी चलाते हुए पाए गए। वीडियो वायरल होने पर मामला डीएम तक पहुंच गया है। स्कूल पर जिले के कई अधिकारी पहुंच रहे हैं। बच्चों का कहना है कि उन्हे पढ़ाने की बजाय काम कराया जाता है। काम न करने पर पीटा भी जाता है।

Bihar Education System
बिहार के सरकारी स्कूलों का बुरा हाल, पढ़ने के बजाय मजदूरी कर रहे बच्चे  |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • बिहार के जहानाबाद के स्कूल में बच्चों के हाथ में पेन और पेन्सिल की जगह कुदाल और फावड़ा
  • काम न करने पर होती है बच्चों की पिटाई, वीडियो वायरल
  • जांच शुरू, डीएम समेत आला अधिकारी स्कूल पर पहुंचे

Patna News: दुनिया में कुछ पाने और बड़ा करने की चाहत लिए बच्चे जहां अपना भविष्य संवारने के लिए जाते हैं, शिक्षा के उसी मंदिर में इन मासूमों को बाल मजदूर बना दिया गया है। जिन हाथों में पेन और पेंसिल होना चाहिए उन्हीं हाथों में काम करने के लिए कुदाल और कुल्हाड़ी पकड़ा दी जा रही है। बता दें कि, बिहार के जहानाबाद जिले के काको प्रखंड के एक विद्यालय के प्रिंसिपल का आमानवीय चेहरा सामने निकलकर आया है। प्रिंसिपल के डर से स्टूडेंट कुछ बताने में भी डर रहे हैं। हालांकि बहुत पूछने पर एक छात्र ने बताया है कि, काम नहीं करने पर स्कूल में उनकी पिटाई भी की जाती है।

मिली जानकारी के अनुसार, ये पूरा मामला जिले के काको प्रखंड के विद्यालय सुलमानपुर का है। यहां स्कूल के प्रधानाध्यापक बच्चों से लकड़ी कटवाने और गड्ढा खुदवाने जैसे भारी काम करवाते हैं। वायरल हो रहे इस वीडियो में बच्चे साफ-साफ ये सारे काम करते नजर आ रहे हैं। बता दें कि यह वीडियो किसी शख्स द्वारा स्कूल के बगल में एक छत से बनाया गया लगता है।

वीडियो वायरल होने पर डीएम समेत स्कूल पर पहुंचे कई अधिकारी

स्कूल के एक छात्र ने काफी कुरदने पर बताया है कि, हम लोग मना करते हैं लेकिन काम नहीं करने पर हमें पीटा जाता है। कभी हमसे ईंट लगवाई जाती है तो कभी करकट रखने के लिए हमलोगों को कहा जाता है। उधर जैसे ही स्कूल में बच्चों से काम कराते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ डीएम ऋषि पांडेय ने संज्ञान लेते हुए विद्यालय का औचक निरीक्षण किया और पूरे मामले की जांच में जुट गए हैं। साथ ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नरेंद्र कुमार भी विद्यालय पर पहुंच गए। अधिकारियों द्वारा पूछे जाने पर अभिभावकों ने बताया है कि, प्रधानाध्यापक बच्चों को हर रोज किसी ना किसी काम में लगा देते हैं और पढ़ाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है।

प्रधानाध्यापक बोले, आदमी नहीं मिले तो बच्चों के साथ हमने भी किया काम

डीएम ऋषि पांडेय ने कहा है कि, मुझे इस घटना की जानकारी मिली है। पहले भी कई बार इस तरह की शिकायत मिली थी। इसकी पूरी जांच में लगा हूं। जो लोग भी इसमें दोषी पाए जाएंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नामांकन के नाम पर भी वसूली की शिकायत मिली है। बच्चे कुछ भी बताने से डर रहे हैं। मैनें हेड मास्टर की अनुपस्थिति में बच्चों से बयान लिया है। बच्चों के अभिभावकों से भी पूछताछ की जा रही है, जो भी हो रहा है, वो सही नहीं हो रहा है। वहीं विद्यालय के प्रधानाध्यापक अलखदेव प्रसाद ने कहा है कि, ऐसा कुछ भी नहीं है। बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं उस समय उनसे काम नहीं करवाया जाता है। पार्ट टाइम में बच्चों से कुछ काम लिया जाता है। बरसात का समय है, आदमी नहीं मिल रहे थे तो बच्चों और हम सब ने मिलकर साफ-सफाई की थी।

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