Bihar Man Eater Tiger: बिहार के इस आदिवासी इलाके में घूम रहा है आदमखोर टाइगर, आधा दर्जन लोगों को बना चुका है शिकार

Bihar : बगहा में टाइगर के पगमार्क लोगों ने देखे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक जिस बाघ के पंजों के निशान मिले हैं वो आदमखोर है। इस इलाके में टाइगर ने गत 5 महीने में करीब आधा दर्जन लोगों को अपना शिकार बना लिया है।

Bihar Man Eater Tiger
बगहा के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के नजदीक बसे आदिवासी बहुल इलाके में टाइगर के पगमार्क के निशान लोगों ने देखे हैं  |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • बगहा में बाघ (टाइगर) की मौजूदगी से ग्रामीणों में खौफ
  • आदिवासी बहुल इलाके में टाइगर के पगमार्क लोगों ने देखे हैं
  • इलाके में टाइगर ने गत 5 महीने में करीब आधा दर्जन लोगों को अपना शिकार बनाया

Bihar Man Eater Tiger: बिहार के बगहा में बाघ (टाइगर) की मौजूदगी से ग्रामीणों में खौफ है। बगहा के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के नजदीक बसे आदिवासी बहुल इलाके में टाइगर के पगमार्क लोगों ने देखे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक जिस बाघ के पंजों के निशान मिले हैं वो आदमखोर ( Man Eater ) है।बता दें कि, इस इलाके में टाइगर ने गत 5 महीने में करीब आधा दर्जन लोगों को अपना शिकार बना लिया है। जिसके चलते आदिवासियों में टाइगर की मौजूदगी सिहरन पैदा कर रही है।

गत सोमवार की घटना का जिक्र करते हुए ग्रामीण बताते हैं कि हरनाटांड़ वन कार्यालय के तहत गांव बैरिया कलां की सोहनी पर टाइगर ने उस वक्त अटैक कर दिया जब वह अपने खेत जा रही थी। बाघ के हमले के चलते महिला की मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए आदिवासियों ने वन विभाग कार्यालय पर घटना को लेकर प्रदर्शन कर आक्रोश भी जताया।

पगमार्क का वीडियो मौजूद 

इधर, डीएफओ नीरज नारायण के मुताबिक टाइगर के हर मूवमेंट को वॉच किया जा रहा है। बस्ती के नजदीक के जंगलों में 40 कैमरे लगाए जा रहे हैं। विभाग के ट्रेकर्स इस बात की निगरानी कर डाटा जुटा रहे हैं कि आखिर नरभक्षी बाघ कौनसा है। उसकी पहचान को लेकर पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। डीएफओ के मुताबिक 3 पारियों में 24 घंटे की निगरानी के लिए तैनात किए गए महकमे के कार्मिकों व अधिकारियों को तेज आवाज वाले पटाखे दिए गए हैं। जिससे टाइगर की मूवमेंट के दौरान पटाखे चलाने से टाइगर बस्ती की ओर नहीं जाए। जानकारी के मुताबिक टाइगर के इलाके में पगमार्क का ग्रामीणों ने वीडियो भी बनाया है।  वीडियो के आधार पर लोगों ने वन विभाग को जानकारी दी। इलाके में बाघ के कहर का शिकार बन आधा दर्जन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ गई। अब आदिवासियों में बाघ का खौफ इतना गहरा गया है कि घर से बाहर निकलने से भी डर रहे हैं। टाइगर की इलाके में हलचल होने की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों ने अपने रोजमर्रा के काम छोड़ दिए हैं। आदिवासी इलाके के लोग वन विभाग के अधिकारियों से वन्यजीवों से सुरक्षा को लेकर बार- बार गुहार लगा रहे हैं। वहीं विभाग के मुताबिक महकमें के 25 कार्मिकों के 3 दलों को इलाके में तैनात किया गया है। जो लगातार गश्त कर रहे हैं। 

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