Patna Roof Garden: विदेशों की तर्ज पर डेवलप होंगे पटना में रूफ टॉप गार्डन, सरकार करेगी आपकी मदद, जानिए योजना

Patna Roof Garden: पटना की खूबसूरती में चार चांद लगाने का कार्य करेगी छतों पर बागवानी योजना। इस योजना से अब सोसायटी और अपार्टमेंट के लोग भी लाभान्वित होंगे। पटना के लोगों से मिले फीडबैक के आधार पर इस योजना में अहम बदलाव किए जाएंगे।

Roof Garden in Patna
पटना में रूफ गार्डन को बढ़ावा देगी सरकार (प्रतीकात्मक तस्वीर)  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • अपार्टमेंट और हाउसिंग सोसायटी के लोग ले सकेंगे लाभ
  • पटना में लक्ष्य 250 यूनिट से बढ़ा कर 500 करने की तैयारी
  • योजना में बीज की जगह दिए जाएंगे पौधे

Patna Roof Garden: पटना में भी अब विदेशों की तर्ज पर रूफ टॉप किचन गार्डन बनाए जाएंगे। उद्यान निदेशालय ग्रीन पटना की परिकल्पना के साथ डाफ्ट तैयार कर रहा है। अगर ऊंचाई से पटना शहर को देखा जाएगा तो पटना हरा-भरा नजर आएगा। शहर में घर की छत पर जैविक सब्जियों को उगा कर खाने वाले पटना वासियों से सरकार ने फीडबैक लेकर योजना में कुछ बदलाव किए हैं। इस योजना का लाभ सोसायटी और अपार्टमेंट में रहने वाले लोग भी ले सकेंगे। इससे पर्यावरण के संरक्षण में मदद मिलेगी।

पटना में लक्ष्य 250 यूनिट से बढ़ा कर 500 करने की तैयारी है। इससे राजधानी के दर्जनों बड़े-बड़े अपार्टमेंट और सोसायटी में रहने वाले लाभान्वित हो सकेंगे। जैविक खेती से सब्जियों में देशी स्वाद का आनंद अब पटनावासी ले पाएंगे।

20 विशेषज्ञों की टीम जुटी इस योजना में

उद्यान निदेशक नंद किशोर के नेतृत्व में सहायक निदेशक उद्यान तृप्ति गुप्ता, बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के वैज्ञानिक डाॅ रंधीर, डॉ रुबी रानी सहित 20 विशेषज्ञों की टीम छत पर बागवानी योजना को जनता के मनमाफिक तैयार करने में जुटी है। निदेशक उद्यान की अध्यक्षता में इस टीम का गठन किया गया। 20 लोगों की टीम ने ऑनलाइन तरीके से फीडबैक लिया। सैकड़ों लोगों के सुझाव के अधार पर वित्तीय वर्ष 2022- 23 में योजना को रिलॉन्च किया जाएगा।  

आवेदन की यह है ऑनलाइन प्रक्रिया

अभी 300 वर्गफुट की छत के लिए योजना है। इसमें इकाई पर 50 हजार रुपये खर्च आता है। इसमें पहले 25 हजार रुपये जमा करना होता है। इसके बाद सरकार 25 हजार रुपये और जोड़ कर एजेंसी को 50 हजार रुपये देती है। यह एजेंसी ही छत पर पूरा सेटअप तैयार कर देती है। इस योजना के लिए उद्यान निदेशालय में केवल ऑन लाइन आवेदन करना होता है।

पर्यावरण संरक्षण में मिलेगी सहायता

छत पर बागवानी योजना में अभी तक टमाटर, बैंगन आदि विभिन्न सब्जियों का बीज दिया जाता था। अब बीज की जगह पौधा दिया जाएगा। तुलसी, अश्वगंधा, सतावर, मूसली आदि मेडिसिन प्लांट भी लगाए जाएंगे। अभी कार्यदायी कंपनी की टीम अपनी मर्जी से लाभुक के यहां विजिट करती थी, अब ऐसा नहीं होगा। लाभार्थी तय करेगा कि, कंपनी के लोग कब विजिट करें। विजिट का समय अंतराल भी तय किया जा रहा है। पर्यावरण की शुद्धता में सहायक साबित होगी ये योजना। इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है।

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