Patna Health News: अब पटना सहित सूबे के 68 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में ऑक्सीजन की किल्लत नहीं होगी। यहां के मरीजों को बेड पर ऑक्सीजन मिलेगी। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। इन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने की जिम्मेदारी बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना विकास निगम को दी गई है। गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए निजी कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा।
जून में टेंडर निकाला जाएगा। टेंडर प्रक्रिया में एजेंसी चयन कर उनको वर्क ऑर्डर जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद एक से डेढ़ महीने में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। दरअसल, कोरोना संक्रमण काल में ऑक्सीजन की हुई किल्लत के मद्देनजर यह काम कराया जा रहा है।
पटना के पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जमुई के पांच, मुंगेर के तीन, शेखपुरा के दो, लखीसराय के दो, खगड़िया के तीन, बेगूसराय के पांच, भागलपुर के आठ, बांका के छह, भोजपुर के सात, नालंदा के एक, रोहतास के छह, कैमूर के चार, बक्सर के चार और गोपालगंज के सात केंद्र हैं।
अरवल के तीन, औरंगाबाद के छह, मुजफ्फरपुर के 14, पूर्वी चंपारण के 14, वैशाली के चार, पश्चिमी चंपारण, सीवान के 11, सारण के 11, शिवहर के 2, दरभंगा के 9, जहानाबाद के 3, समस्तीपुर के 10 और नवादा के 8 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछा दी गई है।
पटना सहित कई जिलों में कोरोना की दूसरी लहर के बाद ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाए गए हैं। इनमें कई मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। इससे अस्पताल में ही ऑक्सीजन बनने के बाद लोगों को ससमय निर्बाध आपूर्ति की जा सकेगी। कुछ अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाना बाकी है। इसे लगाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जानी है।
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