Pune Crime News: मिलिए पुणे के पढ़े-लिखे चोर से, चोरी का सामान बेचने के लिए शुरू कर दिया खुद का 'स्टार्टअप'

Pune Police Action: पुणे पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुणे के भीड़भाड़ वाले अस्पतालों से मोबाइल और लैपटॉप चोरी करने वाले शातिर चोर को पुलिस ने पकड़ा है। पकड़ा गया युवक उच्च शिक्षित है। कोविड के दौरान नौकरी जाने के बाद उसने चोरी करना शुरू कर दिया।

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पुणे के अस्पतालों से मोबाइल और लैपटॉप चोरी करने वाले शातिर चोर को पुलिस ने पकड़ा  
मुख्य बातें
  • कोविड महामारी के दौरान चली गई थी नौकरी, शुरू किया चोरी का काम
  • अस्पतालों से चुराता था मोबाइल और लैपटॉप
  • आरोपी के पास से सात लैपटॉप और 35 मोबाइल फोन बरामद

Pune News: पुणे के अस्पतालों में जाकर अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों के रिश्तेदारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन चुराने वाले एक उच्च शिक्षित युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी के पास से 5.25 लाख रुपये के सात लैपटॉप और 35 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। बता दें कि, कोविड -19 महामारी के दौरान युवक की नौकरी चली गई थी जिसके कारण उसने चोरी करना शुरू कर दिया था। आरोपी की पहचान भुकुम निवासी विकास संजय हगवाने के रूप में हुई । पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) आनंद भोइटे ने बताया कि, शहर के एक अस्पताल से लैपटॉप चोरी हो गया था। पुलिस द्वारा की गई तकनीकी जांच में यह निष्कर्ष निकला कि, इस तरह के तीन मामलों में चोरी एक ही व्यक्ति ने की है।

बता दें कि, इसी के तहत पुलिस ने दुकानदारों को मोबाइल व लैपटाप बेचने व मरम्मत कराने आने वाले की जानकारी देने का निर्देश दिया था। सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) बबजन इनामदार को सूचित किया गया कि, पुलिस द्वारा चिन्हित एक व्यक्ति लैपटॉप बेचने के लिए वाकाड रोड पर एक लैपटॉप बनाने की दुकान पर आया था। इसके बाद पुलिस ने हगवाने को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि, इसके बाद उसने कबूल किया कि, उसके पास जो लैपटॉप था वह चोरी का था।

चोरी से पहले करता था अस्पतालों की रेकी

मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने बताया है कि, आरोपी वाघोली में एक निजी कंपनी में काम करता था। उसने कोविड -19 महामारी के दौरान अपनी नौकरी खो दी और फिर उसने चोरी करना शुरू कर दिया। उसने वाकाड, पिंपरी, भोसरी, चतुरंगी और कोथरुड क्षेत्रों के अस्पतालों से मोबाइल और लैपटॉप चुराने शुरू कर दिए। चूंकि अस्पताल के इलाकों में भीड़ होती है, इसलिए चोरी करने के बाद बचना आसान हो जाता था। इसलिए उसने अस्पतालों को निशाना बनाया। अस्पतालों में रेकी करने के बाद वह डॉक्टरों और मरीजों के साथ-साथ उनके रिश्तेदारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन भी चुरा लेता था।

चोरी के माल बेचने के लिए शुरू किया स्टार्टअप

जानकारी के लिए बता दें कि, पकड़े गए आरोपी ने चोरी हुए मोबाइल फोन और लैपटॉप को छिपाने के लिए पुणे के डेक्कन जिमखाना में एक मोबाइल की दुकान खोली और इस दुकान के नाम से एक बिल बुक भी बनवा ली। उन बिलों की मदद से वह चोरी के लैपटॉप और मोबाइल फोन खुद के होने का दिखावा कर दुकानदारों को बेच रहा था। पुलिस को उसके पास से 5.25 लाख रुपये के सात लैपटॉप और 35 मोबाइल फोन मिले हैं। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।

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