Pune Crime News: नौसेना अधिकारी बन ठग ने लगाया दो भाइयों को 7.30 लाख का चूना, नौकरी दिलाने के नाम पर की धोखाधड़ी

Pune Crime News: भारतीय नौसेना का जवान बन एक ठग ने कामोठे में रहने वाले दो भाइयों को आईएनएस शिवाजी में 'चार्जमैन' के रूप में भर्ती करने का आश्वासन देकर 7.30 लाख रुपये की ठगी की है। पुलिस पुणे के ठग संदीप भांगरे की तलाश कर रही है।

Pune Crime News
भारतीय नौसेना का जवान बन दो भाइयों को ठगा  |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • पुणे पुलिस एक ठग की तलाश में जुटी
  • दो भाइयों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी
  • ठग ने भाइयों को अपना परिचय एक नौसेना अधिकारी के तौर पर दिया

Pune Crime News: नौकरी दिलाने के नाम पर हर शहर और राज्य में कई रैकेट चल रहे हैं, जो भोले-भाले लोगों को नौकरी लगवाने का लालच देकर उनके साथ लाखों की धोखाधड़ी और ठगी करते हैं। पुलिस ऐसे शातिर बदमाशों पर अपना शिकंजा हमेशा कसती रहती है और पता चलने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करती रहती है। हालांकि बेखौफ शातिर जगह बदल-बदलकर लोगों को ठगते रहते हैं। अब महाराष्ट्र के पुणे में ठगी की घटना सामने आई है। 

पुणे पुलिस एक ठग की तलाश में जुटी हुई है, जिसने दो भाइयों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा है। आरोपी ठग ने पीड़ित भाइयों को अपना परिचय एक नौसेना अधिकारी के तौर पर दिया था। आरोपी ने उन्हें नौकरी दिलाने का लालच दिया और उनसे 7.30 लाख रुपये ठग लिए। 

'चार्जमैन' की नौकरी दिलाने का दिया आश्वासन

पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया है कि, पीड़ित भाई कामोठे के रहने वाले हैं और नौकरी की तलाश कर रहे हैं। आरोपी ने पीड़ित भाइयों को अपना नाम संदीप भांगरे बताया था। उसने भाइयों को आईएनएस शिवाजी में 'चार्जमैन' के रूप में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था। इसके लिए आरोपी संदीप भांगरे ने पीड़ित भाइयों से 7.30 लाख रुपये की पेशकश की। जैसे-तैसे दोनों भाइयों ने यह रकम जमा करके आरोपी को दे दी। 

पीड़ित नौसेना स्टेशन में करता है काम

आरोपी पैसे लेने के बाद फरार हो गया और आया नहीं। पुणे पुलिस ने मामले पर कहा है कि, पुलिस, पुणे के एक ठग संदीप भांगरे की तलाश कर रही है। उसने पीड़ित भाइयों को बताया था कि, वह नौसेना स्टेशन में काम करता है। आरोपी ने दिसंबर 2020 से मार्च 2021 के बीच शिकायतकर्ता भाइयों से पैसे लिए थे। पैसे लेने के बाद संदीप भांगरे बहाने करने लगा कि, कोविड-19 के कारण भर्ती में देरी हुई है। जिसके चलते उसने पैसे भी नहीं दिए हैं। 

अगली खबर