बैंक की जानकारी का झांसा दे महिला को डाउनलोड कराया ऐप, फिर फोन हैक कर खातों से पार कर दिए दो लाख रुपए

Pune Crime News: 48 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर इंटरनेट पर मौजूद एक बैंक के एक फर्जी ग्राहक सेवा नंबर पर कॉल करने के बाद 2,22,000 रुपये की ठगी हुई है। महिला ने आरोप लगाया है कि फोन पर मौजूद शख्स ने उसका फोन हैक कर लिया और उसके खाते से 2,22,000 रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर लिए।

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फर्जी बैंक कस्टमर केयर महिला ने किया कॉल, हुई लाखों की लूट  |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • एक फर्जी ग्राहक सेवा नंबर पर कॉल करने के बाद महिला के साथ हुई ठगी
  • रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर लिए
  • आरोपी ने फोन में दो मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा

Pune Crime News: महाराष्ट्र के पुणे में कस्टमर केयर पर बैंक की जानकारी देने के बहाने एक महिला के साथ लाखों रुपये की ठगी हुई है। 48 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर इंटरनेट पर मौजूद बैंक के एक फर्जी ग्राहक सेवा नंबर पर कॉल करने के बाद 2,22,000 रुपये की ठगी हुई है। इसके बाद पीड़ित महिला ने भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।

पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि, वह बैंक से जुड़ी एक परेशानी का सामना कर रही थी और इसके लिए वह बैंक की शाखा भी गई थी। बैंक कर्मचारी ने उसे ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा, लेकिन फिर भी परेशानी का कोई समाधान नहीं हुआ।

ठग ने महिला का किया फोन हैक

इसके बाद बीती 31 जुलाई को पीड़ित महिला ने इंटरनेट ब्राउज किया और एसबीआई कस्टमर केयर का नंबर ढूंढ कर उस पर कॉल किया। फोन पर मौजूद शख्स ने महिला को अपने फोन में दो मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा। महिला ने आरोप लगाया है कि फोन पर मौजूद शख्स ने उसका फोन हैक कर लिया और उसके खाते से 2,22,000 रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर लिए।

इस तरह बढ़ रही ऑनलाइन ठगी

मामले की जांच कर रही पुलिस निरीक्षक संगीता यादव ने कहा है कि शुरुआती जांच के बाद, यह पाया गया कि पैसे अलग-अलग मोबाइल वॉलेट में ट्रांसफर किए गए थे। इसके बाद चित्तरंजन रेलवे स्टेशन स्थित एटीएम से पैसे निकाले गए हैं। फिलहाल पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 (सी), (डी) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। वहीं ऐसे मामलों की जानकारी रखने वाले एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि, साइबर अपराधी नामी ई-कॉमर्स दिग्गजों या ट्रैवल वेबसाइटों के कस्टमर केयर नंबर के रूप में प्रदर्शित करने के लिए शुल्क देकर इंटरनेट पर अपने संपर्क नंबरों का विज्ञापन करते हैं।

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