Pune News: कोरोना महामारी ने सभी तरह की व्यवस्थाओं को प्रभावित किया। पुणे शहर भी इससे अत्याधिक प्रभावित हुआ। लेकिन अब हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं। आम जनजीवन पटरी पर लौट रहा है। अब दो साल बाद पुणे नगर निगम (पीएमसी) ने विभिन्न अस्पतालों में बने 17 प्रसूति वार्डों में से 15 वार्डों को मरीजों के लिए फिर से पूर्ण रूप से संचालित करने का निर्णय लिया है। अब इन वार्डों में छोटे बच्चों की किलकारियां पहले की तरह गूंजेंगी। महिलाओं की डिलीवरी अब इन वार्डों में की जा सकेगी।
पुणे नगर निगम की सहायक चिकित्सा अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. वैशाली जाधव ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण नगर निगम के अस्पतालों के प्रसूति वार्ड लगभग दो वर्षों से बंद थे। स्वास्थ्य विभाग के ज्यादातर डॉक्टर, नर्स, टेक्नीशियन और स्टाफ कोरोना प्रभावित मरीजों की देखभाल में लगे थे। इसलिए इन प्रसूति वार्ड का उपयोग नहीं किया जा रहा था। अब जबकि पिछले साल की तुलना में कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है तो निगम के प्रसूति वार्डों को फिर से खोलने की योजना बन रही है। इसके लिए आवश्यक दवाएं और उपकरण वहां उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि देश में कोविड-19 के सबसे ज्यादा प्रभावित मरीज पुणे में थे। ऐसे में पीएमसी के विभिन्न अस्पतालों में 17 प्रसूति वार्डों में से 15 में सेवाएं बंद करनी पड़ीं थीं। दो अस्पतालों के प्रसूति वार्डों में सुविधाओं का रखरखाव किया जा रहा था, जिनमें कमला नेहरू अस्पताल और सोनवणे मैटरनिटी अस्पताल शामिल थे। पूरे कोरोना काल के दौरान इन्हीं अस्पतालों के सहारे महिलाओं के डिलीवरी से संबंधित काम देखे जा रहे थे।
जानकारी के अनुसार गैर-कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसूति वार्ड कमला नेहरू अस्पताल में था, जबकि सोनावने अस्पताल कोरोना संक्रमण वाली गर्भवतियों के प्रसव के लिए आरक्षित किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया जा रहा कि बंद पड़े प्रसूति वार्डों को अब दो साल बाद फिर से खोल दिया गया है। कोरोना काल के दौरान नगर निगम के अस्पताल में 6,610 प्रसव हुए। जिसमें से अधिकांश प्रसव कमला नेहरू और सोनवणे अस्पतालों में किए गए हैं। बता दें कि नगर निगम के प्रसूति वार्डों को शुरू करने से पहले आवश्यक मरम्मत की गई है। फिर से प्रसव कराने से संबंधित नए उपकरण प्राप्त किए गए हैं। डॉक्टरों और नर्सों को फिर से प्रशिक्षित किया जाएगा और स्त्री रोग विशेषज्ञों की नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।