Pune News: पुणे शहर में चलने वाले ऑटो रिक्शा में जल्द ही क्यूआर कोड लगाए जाने की तैयारी चल रही है। इससे यात्रियों को क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद ड्राइवरों और वाहनों के बारे में जानकारी मिल सकेगी। यह पहल मुंबई में शुरू हो चुकी है। राज्य परिवहन आयुक्त अविनाश ने बताया है कि, विभाग ने इसे पुणे सहित अन्य शहरों में कई चरणों में लागू करने की योजना बनाई है। मुंबई के विभिन्न हिस्सों में लगभग 3,000 ऑटो रिक्शा में अब तक क्यूआर कोड लगाए जा चुके हैं।
बता दें कि क्यूआर कोड मुंबई के कई ऑटो रिक्शा में लगना शुरू हो चुका है। परिवहन आयुक्त अविनाश ने कहा कि, इस योजना को पहले मुंबई में और फिर पुणे व अन्य शहरों में लागू करने की तैयारी है। इस पर काम चल रहा है। बता दें कि मुंबई में करीब 1.95 लाख पंजीकृत ऑटो रिक्शा हैं। पुणे और पिंपरी चिंचवड़ में दोनों आरटीओ के साथ पंजीकृत लगभग एक लाख से अधिक ऑटो रिक्शा हैं।
परिवहन आयुक्त अविनाश ने कहा कि क्यूआर कोड से यात्रियों को उन्हें ले जाने वाले चालक को जानने का मौका मिलेगा। एक बार स्कैन करने के बाद, यात्रियों को संपर्क, परमिट और वाहन विवरण के अलावा उसकी तस्वीर मिल जाएगी। इन सूचनाओं के साथ, यात्री यह सुनिश्चित कर लेगा कि उसके साथ कोई घटना नहीं होगी। बता दें कि अगर कोई ऑटो ड्राइवर किसी यात्री के साथ दुर्व्यवहार करता है या उसे लेकर कोई वारदात करता है तो ऑटो का विवरण आरटीओ (क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय) को भेजा जा सकता है।
पुणे आरटीओ के एक अधिकारी ने इसको लेकर कहा है कि, परिवहन आयुक्त ने ऑटो रिक्शा चालकों से इस मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पुणे के सभी प्रमुख ऑटो रिक्शा यूनियनों की एक बैठक बुलाई है। क्यूआर कोड मुद्दा प्रस्तावित किया गया है। देखना है कि यूनियन इस पर कैसे प्रतिक्रिया देता है। पुणे आरटीओ के अधिकारी ने कहा कि, परिवहन विभाग से जैसा आदेश मिलेगा वैसे ही निश्चित रूप से इस योजना को लागू करेंगे। पुणे के लोगों का ऐसा मानना है कि, पुणे में इसे बिना किसी देरी के लागू करना चाहिए। इससे यात्रियों को कई परेशानियों से बचाया जा सकेगा और महिलाएं सुरक्षित महसूस करेंगी।