Ranchi Money Laundering: मनी लॉड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच अब पूर्व आईएएस पूजा सिंघल के पति अभिषेक के अस्पताल को लेकर जांच हो रही है। सरकारी जमीन पर बिना नक्शे बहुमंजिला इमारत खड़ी करने को लेकर संदेह के घेरे में नगर निगम के दो जूनियर इंजीनियर और एक बिल्डर है। सोमवार की दोपहर ईडी ने नगर निगम की टाउन प्लानिंग शाखा के जूनियर इंजीनियर सुनील श्रीवास्तव और विवेश कुमार को पूछताछ के लिए बुलाया। इनसे एक घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई।
इनके अलावा शहर निवासी बिल्डर विमल कुमार उर्फ मिठ्ठू पांडेय को भी ईडी ने अपने कार्यालय में बुलाकर पूछताछ की। इन तीनों से पल्स डॉयग्नोस्टिक सेंटर और पल्स अस्पताल के निर्माण के संबंध में पूछताछ हुई।
ईडी कार्यालय से निकलने के बाद बिल्डर विमल ने कहा कि पल्स डायग्नोस्टिक वाली बिल्डिंग मैंने ही बनवाई है। इससे जुड़े सवाल-जवाब ईडी ने किए। मैंने जानकारी दी कि बिल्डिंग बनाना मेरा काम है और बेचना भी। जो भी पैसे देगा, उनकी बिल्डिंग या फ्लैट वह खरीद सकता है। विमल ने कहा कि उन्होंने पल्स डायग्नोस्टिक को एक फ्लोर बेचा है। इससे जुड़े सभी पेपर उनके पास मौजूद हैं।
पूजा सिंघल मनी लांड्रिंग केस में साहेबगंज के जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) से भी पूछताछ हो चुकी है। पिछले हफ्ते ईडी कार्यालय बुलाकर उनसे घंटों पूछताछ की गई थी। इसके अलावा बिहार के मुजफ्फरपुर में भी पूजा सिंघल के खास के यहां छापेमारी हो चुकी है।
अस्पताल की जमीन की जांच अंचल अधिकारी (सीओ) तत्कालीन अपर समाहर्ता ने की थी। संभवत जांच रिपोर्ट राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग, मुख्यमंत्री सचिवालय को दी गई है। इस जमीन का अब तक दाखिल-खारिज नहीं हुआ है। कारण जमीन पर विवादित रूप से निर्माण बताया गया है। जमीन भूईहरि प्रकृति की है।