महामहिम के ऑफिस से सेलेक्टेड लीक की वजह से झारखंड की जनता कंफ्यूजन में है, सीएम हेमंत सोरेन ने राज्यपाल को लिखा पत्र

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल रमेश बैस मुलाकात की और एक पत्र प्रस्तुत किया। जिसमें कहा गया कि महामहिम कार्यालय से लीक खबरों को बीजेपी फैला रही है जिससे प्रदेश की जनता में कंफ्यूजन की स्थिति पैदा हो गई है।

People of Jharkhand are in confusion due to the selected leak from Your Excellency's office, CM Hemant Soren wrote a letter to the Governor
 झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की और चुनाव आयोग की राय (अपने खिलाफ लाभ के पद के मामले में) की एक प्रति की मांग करते हुए एक पत्र प्रस्तुत किया। राज्यपाल को लिखे पत्र में झारखंड सीएम सोरेन ने कहा कि बीजेपी द्वारा समाचार फैलाने और महामहिम कार्यालय से सेलेक्टेड लीक के कारण, राज्य सरकार और जनता में एक भ्रामक और कंफ्यूजन की स्थिति पैदा हो गई है जो लोगों और राज्य के लिए अच्छी नहीं है।

सीएम सोरेन ने ट्वीट किया कि आज राजभवन में माननीय राजपाल श्री रमेश बैस जी से मुलाकात कर राज्य में विगत तीन सप्ताह से अधिक समय से उत्पन्न अनापेक्षित और दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों की अनिश्चितता को दूर करने हेतु पत्र सौंपा जिससे इस भ्रम की स्थिति में बीजेपी द्वारा किये जा रहे अनैतिक प्रयास से उसे रोका जा सके।

बीजेपी ने सोरेन को एक विधायक के रूप में अयोग्य घोषित करने की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि उन्होंने 2021 में राज्य के खनन विभाग को अपने पास खनन पट्टा आवंटित करने का आरोप लगाया था। इस साल फरवरी में बीजेपी ने राज्य के राज्यपाल रमेश बैस को एक ज्ञापन सौंपकर सोरेन को अयोग्य घोषित करने की मांग की थी। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 9(ए) के तहत सदन से राज्यपाल ने बीजेपी की शिकायत को चुनाव आयोग को भेज दिया था और चुनाव आयोग ने मई में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता को नोटिस जारी किया था। 25 अगस्त को चुनाव आयोग ने राज्य के राज्यपाल को अपना फैसला भेजा, जिससे राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया।
 

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