Varanasi Critical Care Unit: वाराणसी में गंभीर मरीजों की नहीं जाएगी जान, इस अस्पताल में बनेगी क्रिटिकल केयर यूनिट

Varanasi Critical Care Unit: वाराणसी में अब गंभीर मरीजों को निजी अस्पताल में इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें मजबूरी में मोटी रकम खर्च करने से छुटकारा मिलने वाला है। फिलहाल सरकारी अस्पतालों में क्रिटिकल केयर यूनिट नहीं है। इमरजेंसी वार्ड हैं, जिनमें मरीजों की काफी भीड़ रहती है।

Critical care unit will soon be set up in Sir Sunderlal Hospital
सर सुंदरलाल अस्पताल में जल्द बनेगी क्रिटिकल केयर यूनिट  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में बनेगी 150 बेड की क्रिटिकल केयर यूनिट
  • स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्रिटिकल केयर यूनिट की स्थापना के लिए मांगा था प्रस्ताव
  • इस यूनिट के बनने के बाद संस्थान में आईसीयू के 350 बेड हो जाएंगे

Varanasi Critical Care Unit: स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में क्रिटिकल केयर यूनिट बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब इस संस्थान में 150 बेड की क्रिटिकल केयर यूनिट बनाई जाएगी। मंत्रालय की ओर से यूनिट की स्थापना का डिजाइन भी जारी कर दिया गया है। इस यूनिट के बनने के बाद अस्पताल में आईसीयू के बेडों की कुल संख्या बढ़कर 350 हो जाएगी। 

अस्पताल में पिछले साल आईसीयू के महज 16 बेड ही थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर आईसीयू के बेड बढ़ाने के लिए 430 बेड का एक सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक भी बनाया गया है। इसमें आईसीयू के 64 बेड हो गए हैं। इसके अतिरिक्त ट्रामा सेंटर में भी आईसीयू के 30 बेड एवं बाल रोग विभाग में 20 बेड हो चुके हैं। ऐसे में अभी आईसीयू के बेडों की संख्या 100 है। 

ट्रामा सेंटर परिसर में बनेगी क्रिटिकल केयर यूनिट

इस बारे में सर सुंदरलाल अस्पताल के निदेशक प्रो. एसके सिंह का कहना है कि, बीएचयू के साथ ही देश के कुछ अन्य स्थानों में भी ऐसी यूनिट की स्थापना की जानी है। इसकी स्थापना ट्रामा सेंटर परिसर में कराई जानी है। इसके अतिरिक्त 100 बेड बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से पहल शुरू कर दी गई है। इसके तहत ट्रामा सेंटर में 10 बेड और बढ़ा दिए जाएंगे। इसके साथ ही मेडिसिन विभाग में 25 बेड हो जाएंगे। 

नर्सिंग स्टाफ की होगी नियुक्ति

बाल रोग विभाग एवं स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में भी बेडों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके लिए मिशन के स्तर पर वेंटिलेटर, मॉनिटर, इंफ्यूजन पंप की व्यवस्था की जानी है। इसके साथ ही नर्सिंग स्टाफ की भी स्थाई नियुक्ति की जाएगी। फिलहाल क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण शुरू कराया जाएगा। फिर सिलसिलेवार अन्य कार्यों को करवाया जाना है। यूनिट के निर्माण के लिए अब टेंडर की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। फिर एजेंसी को वर्क ऑर्डर जारी किया जाएगा।

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