New Connectivity In Ranchi : रांची शहर को जाम मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिशा-निर्देश पर सड़कों की कनेक्टिविटी बढ़ाई जा रही है। स्मूथ ट्रैफिक का लिए भारी वाहनों को शहर में कम से कम घुसने की व्यवस्था की जा रही है। शहर के अंदर रिंग रोड बनाकर यातायात व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। बढ़ते वाहनों से सड़क पर दबाव बढ़ा है। बिना सड़क बढ़ाए मैजूदा जाम की स्थिति से नहीं निपटा जा सकता है। जाम से निपटने के लिए इनर रिंग रोड की तर्ज पर सड़कों को बनाए जाने कल्पना की गई है।
पथ सचिव सुनील कुमार ने बताया कि, सड़कों को इनर रिंग रोड की अवधारणा को देखते हुए बनाया जाएगा। अगर, पूरी तरह इनर रिंग रोड न भी बन पाए तो कम से कम मिलती-जुलती होनी चाहिए। शहर के अंदर वैकल्पिक रास्तों के निर्माण पर भी ध्यान दिया जाएगा। इनर रिंग रोड के लिए चालू वित्तीय वर्ष में प्रावधान भी किया गया है। इसके तहत सिमर टोली आरओबी बनना है।
नई सड़कों के लिए सर्वे पूरा
रांची में तीन प्रोजेक्ट शुरू होने वाले हैं। चांदनी चौक से पंडरा रोड, बरियातू रोड से रिंग रोड और एयरपोर्ट से तुपुदाना तक सड़क बनाई जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा सर्वे करा लिया गया है। डीपीआर तैयार कर शीघ्र मुख्यमंत्री के पास भेजा जाएगा। कांके रोड से चांदनी चौक होते हुए एनएच 75 पंडरा रोड तक बनने वाली सड़क को पंडरा पुल के पास स्थित रवि स्टील के आसपास मिलया जाएगा। इससे कांके से आने वाली गाड़ियों को एनएच 75 पकड़ने के लिए रातू रोड चौक होते हुए रातू रोड पार करने की जरूरत नहीं होगी।
बरियातू से बड़गाई होते बनेगी रिंग रोड तक सड़क
एक वैकल्पिक फोरलेन का निर्माण एयरपोर्ट से तुपुदाना की ओर रिंग रोड तक किया जाना है। इस प्रोजेक्ट के लिए काफी जमीन चाहिए होगी। निर्माण पूरा हो जाने के बाद खूंटी, जमशेदपुर आदि से आने वाली गाड़ियों को बिरसा और हीनू चौक जाने की जरूरत नहीं होगी। तीसरी सड़क बरियातू से बड़गाई होते हुए रिंग रोड तक बनाई जाएगी, जिससे की वाहनों को बूंटी मोड़ और नेवरी मोड़ नहीं जाना पड़े। आसानी से शहर से बाहर जाने के लिए बरगाई से ही नई सड़क पकड़ लेगी और एनएच 33 पर पहुंच जाएगी।
अधूरे पड़े कांटाटोली फ्लाईओवर का काम शुरू
पांच साल से निर्माण की बांट जोह रहे कांटाटोली फ्लाईओवर का काम एक बार पुनः शुरू हुआ। शांति नगर से योगदा आश्रम तक बनने वाली इस फ्लाईओवर के लिए अहमादाबाद की डीआरए ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। सड़क के दोनों ओर नाली निर्माण और पिलर के लिए ड्रिलिंग शुरू कर दी है। गौरतलब है कि, कांटाटोली फ्लाइओवर निर्माण की योजना 2016 में बनी थी। 2017 में इसका काम आवंटित होने के बावजूद भू-अर्जन नहीं होने के कारण काम चालू नहीं हो सका है। मई 2018 में भू-अर्जन होने के बाद जून 2018 में क्लियरेंस के बाद काम शुरू किया गया था। जून 2020 तक फ्लाइओवर तैयार हो जाना था। लेकिन, 132 पाइल, दो पाइल कैप और एक पिलर की ही कास्टिंग हो सकी है।