Extra -Curricular: जानें क्‍या है एक्स्ट्रा-करिकुलम, जॉब हासिल करने और करियर बनाने में कैसे करता है मदद

Extra -Curricular: आज के समय में पढ़ाई के साथ एक्स्ट्रा-करिकुलम बेहद जरूरी हो गया है। जॉब सर्च करते समय इस तरह के एक्टिविटीज बहुत काम आती है। कंपनियां जॉब देते समय अपने कर्मचारियों में एक्‍स्‍ट्रा स्किल की तलाश जरूर करती हैं...

Extracurricular activities
एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज करियर बनाने में करता है मदद  
मुख्य बातें
  • जॉब सर्च करते समय बहुत काम आती है एक्स्ट्रा-करिकुलम
  • ये एक्टिविटीज स्किल डेवलप करने के साथ बढ़ाती हैं कॉन्फिडेंस
  • एक्स्ट्रा-करिकुलम देता है हॉबी को करियर बदलने में मदद

Extra -Curricular: कंपनियां आज के समय में कर्मचारियों को हॉयर करते समय सिर्फ उनकी डिग्री ही नहीं देखती। कंपनियां कर्मचारियों के अंदर ऐसे स्किल की तलाश करती हैं, जो कार्य क्षेत्र में मदद कर सके। यही कारण है कि अब कॉलेज व यूनिवर्सिटी भी कोर्स के साथ अपने स्टूडेंट्स को कई किस्म की एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज कराने पर भी फोकस कर रही हैं। इन एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज की मदद से छात्र अपने हॉबी को पूरे करने के साथ कुछ ऐसी स्किल्स भी डेवलप करते हैं, जो आगे चलकर करियर चुनने में मदद करता है।

दरअसल, एक्स्ट्रा करिकुलम कुछ ऐसी एक्टिविटीज हैं, जिसकी मदद से स्टूडेंट्स अपनी क्लास से बाहर स्किल डेवलप कर सकते हैं। इन एक्टिविटीज को न तो एजुकेशनल कोर्स में शामिल किया जाता है और न ही इन एक्टिविटीज के लिए कोई एग्जाम देना होता है। आज के समय में कई फील्‍ड में एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज कराई जाती है। इसमें कम्युनिटी वर्क, डिबेट कंपटीशन, इंटर्नशिप, स्पोर्ट्स एंड गेम्स, डिजाइनिंग, एक्टिंग, हाईकिंग, ब्लॉग राइटिंग, फोटोग्राफी आदि शामिल है। ये स्किल आगे चलकर करियर में बहुत काम आते हैं।

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एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज के फायदे

कॉन्फिडेंस लेवल बूस्‍ट

एजुकेशनल कोर्स के दौरान अगर किसी छात्र द्वारा अगर एक्स्ट्रा-करिकुलम एक्टिविटीज में भी भाग लिया जा रहा है तो इससे उसका कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ जाता है। युवाओं को इससे यह पता चलता है कि पढ़ाई के साथ वे दूसरे कामों को भी अच्‍छी तरह से कर सकते हैं। यह कॉन्फिडेंस जॉब में बहुत काम आता है।  

करियर बनाने में मदद

कंपनियां आजकल जॉब देते समय कई तरह के स्किल्‍सभी देखती हैं। इसके लिए वे एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज भी देखती है। जो स्टूडेंट पढ़ाई के साथ सोशल वर्क या स्पोर्ट जैसे एक्टिविट कर चुके होते हैं उन्हें कंपनियां पसंद करती हैं और नौकरी देती है। कंपनियां मानते हैं कि ऐस लोग प तो मेहनत करने से पीछे हटते हैं और न ही टीम वर्क से।  

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कम करता है मानसिक तनाव

युवाओं को एक्स्ट्रा-करिकुलम एक्टिविटीज का सबसे बड़ा फायदा यह मिलता है कि इससे उनका पढ़ाई का तनाव कम होता है। स्‍पोर्टस व एक्टिंग, डांसिंग जैसे एक्टिविटीज से तनाव को कम करने में मदद मिलती है। पढ़ाई से बोर होने के बाद इस तरह की एक्टिविटी से छात्र रिफ्ररेश हो जाते हैं और पढ़ाई में बेहतर परफॉर्म कर सकते हैं।

हॉबी को करियर बनाने में मदद

एक्स्ट्रा-करिकुलम एक्टिविटीज हॉबी में करियर बनाने में भी बड़ा रोल निभाती है। यह संभव है कि युवाओं में क्रिकेट, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, फुटबॉल जैसे खेल खेलने की प्रतिभा छिपी हो और उन्‍हें पता न हो। लेकिन इस तरह एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज करके वे अपनी प्रतिभा को पहचान सकते हैं। इससे वे अपनी हॉबी को ही अपना शानदार करियर बना सकते हैं।

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