IFS Officer: आईएफएस अफसर के सेलेक्‍शन से लेकर सैलरी तक की डिटेल, मिलती हैं ये सुविधाएं

IFS Officer: आईएफएस ऑफिसर विदेश में पोस्टिंग के दौरान दूसरे देशों और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ संबंध को मजबूत बनाने का कार्य करते हैं। साथ वहां रहने वाले देश के नागरिकों की समस्‍याओं को सुलझाने के साथ उस देश से कल्चरल रिश्ते को मजबूत बनाते हैं।

Indian Foreign Service
आईएफएस ऑफिसर का सेलेक्‍शन प्रोसेस व सैलरी   |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • सिविस सर्विसेज एग्जाम से होता है उम्‍मीदवारों का सलेक्‍शन
  • दूसरे देशों से संबंध मजबूत बनाने और समस्‍या सुलझाने का कार्य
  • आईएफएस ऑफिसर को मिलती है शानदार सैलरी व अन्‍य सुविधा

IFS Officer: इंडियन फॉरेन सर्विस क्या होता है? यह जॉब मिलती है?  इन्‍हें क्‍या सुविधा और सैलरी मिलती है? इस तरह के कई सवाल शायद आपके दिमाग में भी उथल-पुथल मचा रहे हों। अगर ऐसा है और आप भी आईएफएस ऑफिसर बनने की सोच रहे हैं तो यहां पर आपको इंडियन फॉरेन सर्विस के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी। यह भारतीय विदेश मंत्रालय के अधीन काम करने वाली वह सर्विस है जो भारत के बाहर दूसरे देशों से संबंधों व कार्यों को मैनेज करती है। आईएफएस ऑफिसर दूसरे देशों व अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह एक बेहद ही जिम्मेदारी वाली पोस्ट होती है।

ऐसे बनते हैं आईएफएस ऑफिसर

आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की तरह यूपीएससी द्वारा आयोजित होने वाली सिविस सर्विसेज एग्जाम को पास कर आईएफएस ऑफिसर बना जा सकता है। यह परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है। इसे क्रैक करने वाले उम्‍मीदवारों को यह पोस्‍ट दो आधार पर मिल सकती है। पहला इसे आप अपने  प्रिफरेंस में रख सकते हैं और एग्‍जाम क्रैक करके के बाद आईएफएस अधिकारी बन सकते हैं, दूसरा तरीका है परीक्षा में हासिल किए गए अंक के आधार पर यूपीएससी बोर्ड द्वारा इस सर्विस में आपका चयन।

आईएफएस के कार्य
आईएफएस का काम अधिकारियों के प्रोफाइल पर निर्भर करता है। आमतौर पर ये किसी देश के भारतीय दूतावास में राजदूत और राजनयिक के रूप में कार्य करते हुए उस देश से संबंध को मजबूत बनाते हैं और उस देश में मौजूद भारतियों की मदद करते हैं। ये अलग-अलग पदों पर रहकर दोनों देशो के बीच अच्छे संबंध स्थापित करना, किसी प्रकार के वाद-विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाना और यूनाइटेड नेशन, यूएनएससी जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में भारत का प्रतिनिधित्व करना होता है। साथ ही देश की सुरक्षा व विदेशी नीति के मामलों में भी इनकी मदद ली जाती हैं।

आईएफएस अधिकारी को मिलने वाला वेतन

ट्रेनिंग पूरी करने के बाद एक आईएफएस अधिकारी अवर सचिव के रूप में विदेश मंत्रालय से जुड़ता है। इस समय सातवें वेतनमान के अनुसार इनका कुल वेतन लगभग 60,000 रुपये होता है। इसमें मूल वेतन के अलावा एचआरए, डीए, टीए व अन्य भत्ते शामिल हैं। वहीं अगर उम्मीदवार को विदेशों में पोस्टिंग मिलती है, तो उसका वेतनमान इससे कहीं अधिक होता है। एसी स्थिति में इन्‍हें विशेष विदेशी भत्ते के तहत 2.40 लाख रुपये का वेतन मिल सकता है। यह वेतन भी पोस्टिंग वाले देश के आधार पर तय होती है।

आईएफएस अधिकारी को मिलने वाली सुविधा

आईएफएस अधिकारियों को उनके मूल वेतन और भत्तों के अलावा कई तरह के भत्ते भी मिलते हैं। जिसमें मेडिकल, बिजली और पानी का बिल, विदेश में अध्ययन की सुविधा, मुफ्त फोन कॉल, सुरक्षा गार्ड, घरेलू सहायक, घर और परिवहन सुविधा शामिल होता है।

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