Bhadrapada Month 2022 Importance: सावन माह 12 अगस्त 2022 को समाप्त होने के बाद 13 अगस्त 2022 से भाद्रपद माह की शुरुआत हो रही है। भाद्रपद का महीना हिंदू कैलेंडर का छठा और चातुर्मास का दूसरा महीना होता है। ज्योतिष में भाद्रपद माह को कल्याण करने वाला बताया गया है। भाद्रपद माह को भादो, भाद्र या भादवा भी कहा जाता है। इस माह कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, तीज जैसे कई प्रमुख व्रत-त्योहार पड़ते हैं। इसलिए धार्मिक दृष्टिकोण से भी भाद्र माह खास माना जाता है। यह माह पूजा-पाठ के लिए तो शुभ होता है लेकिन चातुर्मास होने के कारण इस माह मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। जानते हैं भाद्रमाह में किन कामों को करना चाहिए और इस माह कौन से कार्य वर्जित होते हैं।
भाद्रमाह में वर्जित माने जाते हैं कार्य
Also Read: Bhadra Kaal kya hai- भद्रा कौन है, क्या होता है भद्राकाल और क्यों इसके साए में नहीं बांधी जाती राखी
भाद्रमाह में करें ये कार्य
Also Read: Aja Ekadashi 2022: अजा एकादशी व्रत कथा का होता है महत्व, जरूर सुनें ये कथा
शास्त्रों में भाद्रपद माह यानी भादो के महीने को भक्ति और मुक्ति का माह बताया गया है। इस माह कई व्रत-त्योहार पड़त हैं। लेकिन इस माह भगवान कृष्ण और गणेशजी की पूजा का विशेष महत्व होता है। इसके अलावा इस महीने हरतालिका तीज, ऋषि पंचमी, डोल ग्यारस और अनंत चतुर्दशी आदि जैसे व्रत और पर्व पड़ते हैं।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल