Chhath Puja 2022 Date, Time, Puja Muhurat in India: हिंदू धर्म में छठ के पर्व को आस्था का महापर्व माना गया है। हर वर्ष दीपावली के छठवें दिन छठ पूजा होती है। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर छठ पूजा किया जाता है। माना जाता है कि छठ पूजा करने वाले भक्तों को सुख-समृद्धि, धन, वैभव, यश और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। इसके साथ यह व्रत करने से निरोगी जीवन का आशीर्वाद भी मिलता है। छठ पूजा का व्रत महिलाएं अपने संतान के बेहतर स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए रखती हैं। हालांकि यह व्रत मनोकामना पूर्ति के लिए भी किया जाता है। महिलाओं के साथ पुरुष भी यह व्रत करते हैं। भारत के कुछ कठिन पर्वों में से एक छठ का पर्व है जो 4 दिनों तक चलता है। कार्तिक माह की चतुर्थी तिथि पर नहाय-खाय होता है, इसके बाद दूसरे दिन खरना और तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत तोड़ दिया जाता है।
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर नहाय-खाय की परंपरा निभाई जाती है। इस दिन छठ पूजा का व्रत रखने वाले भक्त घर की साफ सफाई करते हैं और व्रत का संकल्प लेते हैं। इस दिन से व्रत रखने वाले भक्त सात्विक भोजन ही खाते हैं। नियम के अनुसार, इस दिन भात, लौकी की सब्जी और दाल खाया जाता है और खाने में सिर्फ सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है।
छठ पर्व का दूसरा दिन खरना होता है। इस दिन व्रत रखने वाले भक्त गुड़ की खीर बनाते हैं और रात में ग्रहण करते हैं। खीर ग्रहण करने के बाद से 36 घंटो का व्रत प्रारंभ हो जाता है। खरना तिथि पर तन और मन के शुद्धिकरण पर ध्यान दिया जाता है।
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इस दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। छठ पर्व के तीसरे दिन नदी या तालाब में खड़े होकर सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाता है।
कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि प्रारंभ: 30 अक्टूबर 2022, सुबह 05:49
कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि समापन: 31 अक्टूबर 2022, सुबह 03:27
सूर्यास्त का समय: शाम 5:37 (Chhat Puja 2022 Sunset Time)
इस दिन सूर्योदय से पहले भक्त पानी में खड़े हो जाते हैं और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं। अर्घ्य देने के बाद लोग प्रसाद का सेवन करके व्रत का पारण करते हैं।
सूर्योदय का समय: सुबह 6:31 (Chhath Puja 2022 Sunrise Time)
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