Masik Shivratri 2022: जानिए, कब है आश्विन माह में मासिक शिवरात्रि? यहां देखें पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व

Masik Shivratri 2022 Shubh Muhurat: हिंदू पंचांग के अनुसार अश्वनी माह की मासिक शिवरात्रि इस महीने 24 सितंबर दिन रविवार को पड़ रही है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि शिवरात्रि के दिन रात भर भगवान शिव की आराधना की जाए तो व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी हो जाती है।

Masik Shivratri 2022 importance
मासिक शिवरात्रि 2022 
मुख्य बातें
  • हिंदू पंचांग के अनुसार अश्विनी माह की मासिक शिवरात्रि 24 सितंबर दिन रविवार को होगी
  • मासिक शिवरात्रि भगवान भोलेनाथ को समर्पित होती है
  • इस दिन भगवान शिव की विधि विधान से पूजा आराधना करने से विशेष कृपा प्राप्त होती हैं

Masik Shivratri 2022 Date: हर महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। इस समय अश्वनी माह चल रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार अश्विनी माह की मासिक शिवरात्रि 24 सितंबर दिन रविवार को होगी। मासिक शिवरात्रि भगवान भोलेनाथ को समर्पित होती है। इस दिन भगवान शिव की विधि विधान से पूजा आराधना करने से विशेष कृपा प्राप्त होती हैं। सनातन धर्म के अनुसार हर शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विधि विधान से पूजा व व्रत करने से हर मनोकामना पूरी होती है। शिवरात्रि हर महीने पड़ती है। इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की भी पूजा करनी चाहिए। आइए जानते हैं अश्वनी माह की मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि व शुभ मुहूर्त के बारे में...

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जानिए शुभ मुहूर्त

हिंदी पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 24 सितंबर को रात में 02 बजकर 30 मिनट पर हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 25 सितंबर दिन रविवार को रात में 03 बजकर 12 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, आश्विन शिवरात्रि 24 सितंबर को मनाई जाएगी। अगर आप व्रत रख रहे हैं तो 25 सितंबर को रात में 03 बजकर 12 मिनट पर व्रता पारण कर सकते हैं।

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जानिए महत्व 

शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा रात के समय की जाती है। अश्वनी माह की शिवरात्रि में आप पूरी रात भगवान शिव का जागरण कर भगवान की विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा करने से आर्थिक संकट व वैवाहिक जीवन में आ रही समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। यह व्रत कुंवारी कन्याओं के लिए भी बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि शिवरात्रि का व्रत रखने से कुंवारी कन्याओं को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का दूध, दही व शहद से जलाभिषेक करें।

(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
 

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