Pitru Paksha 2022: पितरों की आत्मा के शांति के लिए पितृपक्ष में श्राद्ध, पिंडदान और दान-धर्म के कार्य किए जाते हैं। अक्सर आपने सुना होगा कि पितृपक्ष में कुछ लोगों के सपनों में उनके पूर्वज आते हैं। क्या आपने कभी इस रहस्य को समझने की कोशिश की है? क्या आप जानते हैं कि मरने के बाद पूर्वज हमारे सपनों में क्यों आते हैं। स्वप्न शास्त्र के अनुसार, यदि किसी इंसान के सपने में उसके पूर्वज आ रहे हैं तो उसका एक खास मकसद हो सकता है। ऐसे संकेतों को समझना बहुत जरूरी होता है। इनमें कई प्रमुख रहस्य छिपे हो सकते हैं।
1. यदि सपने में पूर्वज आपकी ओर हाथ बढ़ा रहे हैं तो इसका मतलब है कि वो आपके जीवन में चल रही समस्याओं को खत्म करना चाहते हैं। इस तरह का सपना बहुत शुभ माना जाता है।
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2. यदि सपने में आपको पितृ नाराज दिखाई दे रहे हैं तो इसे गंभीरता लेने की जरूरत है। इसका अर्थ है कि किसी बात को लेकर पितृ आपसे नाराज चल रहे हैं। ऐसी स्थिति में पितरों को शांत करने के लिए जरूरी उपाय करवाना अनिवार्य है।
3. यदि सपने में पितृ आपको मिठाई खाते या मिठाए बांटते नजर आ रहे हैं तो इसे एक शुभ संकेत समझिए। इसका मतलब है कि आपको जल्दी ही कोई शुभ समाचार मिलने वाला है। नौकरी-करियर से जुड़ी कोई खुशखबरी भी आपको मिल सकती है।
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4. यदि सपने में पितृ आपको बाल संवारते या कंघी करते नजर आते हैं तो समझ लीजिए आप पर जो मुसीबत आने वाली थी, पितरों ने उससे आपको बचा लिया है।
5. यदि सपने में आपको अपने पितृ रोते हुए नजर आ रहे हैं तो इसे एक अशुभ संकेत समझें। इसका मतलब होता है कि आप पर जल्दी ही कोई बड़ी मुसीबत आने वाली है। सपने में पितृ रोकर आपको उस घटना से अवगत कराना चाहते हैं।
इस साल पितृपक्ष की 10 सितंबर से लेकर 25 सितंबर तक रहेंगेष इस दौरान 17 सितंबर को कोई श्राद्ध मान्य नहीं है। बाकी सभी दिन आप तिथिनुसार पितरों का श्राद्ध कर सकते हैं। पितृपक्ष में पितरों का तर्पण और पिंडदान करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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