रव‍िवार को न दें तुलसी को जल, भुगतना पड़ सकता है बुरा फल

आध्यात्म
Updated Jan 05, 2018 | 20:55 IST | Medha Chawla

रव‍िवार को तुलसी के पत्‍ते तोड़ना शास्‍त्रों में न‍िषेध क‍िया गया है। वहीं इस दिन तुलसी तो जल भी नहीं दिया जाता। जानें क्‍यों है ये व‍िधान -

Tulsi Pujan Niyam  |  तस्वीर साभार: YouTube

नई द‍िल्‍ली: भारतीय परंपरा में किसी वृक्ष या पौधे को अपने उपयोग के लिए लगाना, काटना या उसके पत्ते लेना आद‍ि के लिए नियत समय यानी मुहूर्त तय किया गया है। कई जगहों पर आज भी इसी परंपरा का पालन किया जाता हैद्य 

इसके साथ ही देवों के पूजन आद‍ि के लिए भी दिन तय किए गए हैं। इनमें से रव‍िवार को भगवान विष्णु को सर्वाधिक प्रिय माना जाता है। वहीं तुलसी भी विष्णु प्र‍िया मानी जाती हैं। इसलिए रव‍िवार के द‍िन तुलसी के पत्‍ते नहीं तोड़े जाते हैं। 

Also Read: हनुमान जी को तुलसी दल, शिवजी को धतूरा, जानें क्या है देवताओं के प्रिय फूल

वहीं सप्‍ताह के सातों द‍िनों में रवि और मंगल को क्रूर तो शनि को अशुभ वार माना जाता है। इसलिए मंगल और शन‍िवार को भी तुलसी के पत्‍ते तोड़ना न‍िषेध है। साथ ही एकादशी भी तुलसी को प्र‍िय है। देवउठनी एकादशी के द‍िन ही तुलसी व‍िवाह संपन्‍न कराया जाता है। इसलिए एकादशी पर तुलसी के पत्‍ते नहीं तोड़ने चाह‍िए।  

Also Read: पूजा में जमीन पर रखी ये चीजें तो नहीं मिलेगा पुण्‍य फल

जानें ये न‍ियम भी 
- विष्णु पुराण के अनुसार द्वादशी, संक्रान्ति, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण तथा संध्या काल में तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। 

Also Read: ये रहा 2018 का पूरा कैलेंडर, जान‍िए कब है कौन सा व्रत और त्‍योहार 

- बिना उपयोग तुलसी के पत्ते कभी नहीं तोड़ने चाहिए। ऐसा करना तुलसी को नष्ट करने के समान माना गया है।

- तुलसी के पत्तों को 11 दिनों तक बासी नहीं माना जाता है। इसकी पत्तियों पर हर रोज जल छिड़कर पुन: भगवान को अर्पित किया जा सकता है। इसलिए रोजाना तुलसी के पत्‍ते तोड़न की आवश्‍यकता नहीं होती है। 

Read: श‍िव जी को मिला था ये श्राप, इसलिए पूजा में नहीं चढ़ाई जाती तुलसी

- तुलसी का पत्ता बिना स्नान किए नहीं तोड़ना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार यदि कोई व्यक्ति बिना नहाए ही तुलसी के पत्तों को तोड़ता है तो पूजन में ऐसे पत्ते भगवान द्वारा स्वीकार नहीं किए जाते हैं। 

- इसके अलावा शिवजी, गणेशजी और भैरवजी को तुलसी के पत्‍ते नहीं चढ़ाने चाहिए। 

Also Read: एक ऐसा महीना जिसका हर द‍िन माना जाता है शुभ 

रव‍िवार को न दें तुलसी को जल 
माना जाता है कि व‍िष्‍णु भक्‍त होने की वजह से रव‍िवार को तुलसी उनकी भक्‍त‍ि में लीन रहती हैं। उनकी तपस्‍या भंग न हो इसलिए रविवार के दिन गमले में पानी भी नहीं द‍िया जाता है। 

धर्म व अन्‍य विषयों की Hindi News के लिए आएं Times Now Hindi पर। हर अपडेट के लिए जुड़ें हमारे FACEBOOK पेज के साथ। 

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

अगली खबर