Simha Sankranti 2018: सिंह संक्रांति का भारत की राजनीति, सामाजिक और आर्थिक व्‍यवस्‍था पर पड़ेगा ऐसा प्रभाव

आध्यात्म
Updated Aug 16, 2018 | 19:29 IST | सुजीत जी महाराज

17 अगस्त को सूर्य कर्क राशि से निकल कर सिंह राशि में प्रवेश कर रहा है। इससे भारत की राजनीति, सामाजिक और आर्थिक व्‍यवस्‍था पर कैसा प्रभाव पड़ेगा, आइये जानते हैं जाने माने ज्‍योतिष से। 

simha Sankranti
simha Sankranti  |  तस्वीर साभार: Instagram

नई दिल्‍ली: इस माह दिनांक 17 अगस्त को सूर्य कर्क राशि से निकल कर सिंह राशि में प्रवेश कर रहा है। सिंह राशि का स्वामी स्वयं सूर्य है। भारत की कुंडली वृष लग्न और कर्क राशि की है। प्रथम भाव में राहु, द्वितीय में मंगल, तृतीय में चंद्रमा, सूर्य, बुध, शुक्र और शनि स्थित है। वहीं, छठे भाव में गुरु और सप्तम में राहु स्थित है।

हमारा देश स्थिर लग्न में स्वतंत्र हुआ था। चलिए, ज्‍योतिष के जानकार सुजीत जी महाराज से जानते हैं, सिंह संक्रांति पर राजनीति सामाजिक और आर्थिक व्‍यवस्‍था पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा।  

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राजनीति पर पड़ेगा ऐसा प्रभाव 
भारत का लोकतंत्र स्थिर और विश्व का सबसे महानतम लोकतंत्र में से एक है। तृतीय भाव में पांच ग्रह स्थित हैं। सूर्य भी तृतीय भाव में है। लग्न गोचर से सूर्य चतुर्थ भाव में आएगा। चतुर्थ गृह माता, भवन और अपने घर का होता है। इस बीच भारत की आर्थिक स्थिति और सुदृढ़ होगी। 

आने वाले समय में किसी बुजुर्ग नेता का स्वर्गवास
आयात निर्यात का व्यवसाय बढ़ेगा। सूर्य राजनीति का भी प्रतीक है। आने वाले समय में किसी बुजुर्ग नेता का स्वर्गवास भी हो सकता है। राजनीति में आरोप प्रत्यारोप खूब बढ़ेंगे। सूर्य राजनीति में वाद प्रतिवाद को भी जन्म देता है।आरोप प्रत्यारोप का भी उदय करता है। 

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गृह क्लेश में वृद्धि होगी 
सूर्य आत्मा का उत्तरदायी ग्रह है। गृह क्लेश में थोड़ी वृद्धि होगी लेकिन गुरु का गोचर इसको संपूर्णता से नियंत्रित कर लेगा। 

भारत बनेगा विश्व गुरु
जनता का भाव पंचम और सूर्य दोनों है। पंचमेश बुध है। भारत देश की कुंडली में बुधादित्य नामक महान राजयोग है जो भारत को विश्व गुरु बनाएगा। इस समय बहुत अनुकूल समय चल रहा है। 

कैसा पड़ेगा सामाजिक प्रभाव 
शिक्षा के सेक्टर में कई बड़े कार्य होंगे। योग और विज्ञान तथा धर्म के फील्ड में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। बारहवां भाव विदेश का होता है। इसका स्वामी मंगल द्वितीय भाव में बहुत मजबूत स्थिति में भाग्य भाव को देख रहा है। वर्तमान में शनि धनु में और गुरु तुला में है। यदि इनका भी वर्तमान गोचर देखा जाय तो गुरु लग्न गोचर से छठें और शनि अष्टम गोचर कर रहा है। 

पाकिस्तान सहित शत्रु देश हतोत्साहित होंगे और अपने ही गृह मामलों में परेशान रहेंगे। शनि शत्रुओं को परास्त करता है। सूर्य सिंह में होकर कर्म भाव को देखकर भी शुभता में वृद्धि कर रहा है। इस प्रकार सूर्य का सिंह में गोचर देश की राजनीति के साथ साथ विदेशी नीति में भारत को मजबूत करेगा।

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