8 मई को है सोनम कपूर की शादी, क्‍या मुहूर्त लाएगा जिंदगी में 'आनंद'

आध्यात्म
Updated May 02, 2018 | 13:12 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

सोनम कपूर की शादी 8 मई को होने जा रही है। हालांकि वह आनंद कारज करेंगी जिसमें मुहूर्त नहीं न‍िकलता है। वैसे क्‍या कहते हैं सोलम कपूर के सितारे, जानें -

Anand Ahuja and Sonam Kapoor   |  तस्वीर साभार: Instagram

सुजीत महाराज / नई द‍िल्‍ली : बॉलीवुड की मशहूर एक्‍ट्रेस सोनम कपूर का विवाह 8 मई को दिल्ली के बड़े व्यवसायी आनंद आहूजा के साथ होगा। हालांकि आनंद और सोनम एक दूजे के होने की रस्‍में आनंद कारज से पूरी करेंगे। लेकिन 8 मई को शादी का एक अच्‍छा मुहूर्त माना जा रहा है। ज्येष्ठ माह की अष्टमी तिथि के दिन मंगलवार को श्रवण नक्षत्र है।

ग्रह स्थिति इस प्रकार है - चन्द्रमा मकर राशि में रहेंगे। मंगल और केतु मकर में, बुध मीन में, सूर्य मेष में, शुक्र वृष में, शनि धनु में और गुरु तुला राशि में गोचर करेंगे। इस दिन विवाह का बहुत ही शुभ मुहूर्त है। शुक्र स्वराशिस्थ है। श्रवण नक्षत्र का स्वामी भी चन्द्रमा ही होता है। प्रत्येक दृष्टिकोण से 8 मई विवाह का शुभ मुहूर्त है। 8 अंक ज्योतिष से शनि का प्रतिधिनित्व करता है।

कैसी है सोनम की कुंडली : अभिनेत्री सोनम कपूर का जन्म 09 जून 1985 को सिंह लग्न और कुंभ राशि में हुआ था। द्वितीय भाव में केतु और शनि, खष्ठम् में गुरु, चन्द्रमा सप्तम, राहु और शुक्र मेष राशि का होकर नवम भाव में, बुध और सूर्य वृष राशि का होकर दशम भाव में और मंगल एकादश भाव में स्थित है। लग्नेश सूर्य का कर्म भाव में होना इनको कर्मयोगी बताता है। 

पिता के करीब : सूर्य पिता का कारक ग्रह है। पिता अपनी इस बेटी को बहुत मानते हैं और इसके भविष्य को लेकर बहुत विचार करते हैं। वर्तमान में शनि का धनु में होना शुभ है। गुरु का तुला में चंद्र गोचर भाग्य भाव में जाकर इनको वर्तमान में बहुत प्रबल भाग्योदय के साथ इनका दांपत्य जीवन सुखी करेगा। सप्तम चन्द्रमा और नवम् शुक्र ने सोनम कपूर को धनी, सुंदर और विश्वासपात्र जीवन साथी दिया है। इनका दांपत्य जीवन तो सुखी रहेगा ही।विवाह के बाद हो सकता है कि ये विदेश में अपना निवास बना लें। 

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आनंद आहूजा  की कुंडली : आनंद आहूजा 7 जुलाई 1983 को जन्मे हैं। मीन लग्न और मेष राशि के आनंद आहूजा के तृतीय भाव में सूर्य, मंगल, राहु, बुध और छठे भाव में शुक्र, अष्टम में शनि, गुरु नवम् भाव में विद्यमान है। अष्टम शनि जातक को शतायु करके दीर्घायु बनाता है। ये एक बड़े व्यवसायी की कुंडली है। 

चतुर्थ भाव बहुत मजबूत है। सप्तम भाव का स्वामी बुध चतुर्थ में बुद्धादित्य नामक महा राजयोग बना कर विवाह सुख प्रदान करेगा। यद्यपि मंगल चतुर्थ का होकर थोड़ा मांगलिक दोष दे रहा है लेकिन राहु और सूर्य भी वहां स्थित है उसका कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। अंक ज्योतिष से भी 7 और 9 जन्मांक का वैवाहिक जीवन बहुत सफल रहता है।

मंगल का उपाय करना थोड़ा श्रेयस्‍कर रहेगा। गणपति उपासना और श्री हनुमान जी की उपासना दामपत्य जीवन को और सुखद कर सकती है।  

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