Vastu Tips For Home: कलह और आर्थिक तंगी से हैं परेशान, वास्तु के ये उपाय आएंगे आपके काम

Vastu tips for home : वास्तु टिप्स को अपनाकर आप अपने जीवन मे सकारात्मक ऊर्जा ला सकते है और जो नेगेटिव ऊर्जा बनी हुई है उनको दूर कर सकते है। वास्तु घर में सुख-शांति बनाए रखने, आर्थिक लाभ के लिए और रूके हुए कामों के लिए भी उपयोगी होता है। यदि घर में लंबे समय से बीमारियां हैं तो इसका अर्थ है घर में वास्तु दोष है। आप कुछ आसान से उपायों से वास्तु दोष को आसानी से दूर कर सकते हैं।

Vastu tips
Vastu tips for home  |  तस्वीर साभार: People
मुख्य बातें
  • वास्तु घर निर्माण करने की एक कला है
  • घर में पूजाघर है तो रोजाना पूजा की जानी चाहिए
  • घर में बीमारियां लंबे समय से हैं, इसका कारण वास्तुदोष हो सकता है

Vastu tips for home : वास्तु प्राचीन भारत का एक शास्त्र है। जिसमें सुख–शांति और समृद्धि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई है। वास्तु शास्त्र के सिद्धांत प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिए हैं। प्रकृति में विविध तत्व उपस्थित हैं जिनमें जल, पृथ्वी, वायु, अग्नि और आकाश शामिल हैं। इन सबका आपसी गहरा सम्बन्ध होता है। वास्तु ज्योतिष के अनुसार, इस प्रक्रिया का प्रभाव हमारे कार्य प्रदर्शन, स्वभाव, भाग्य एवं जीवन के अन्य पहलुओं परस्पर पड़ता है। वास्तु शास्त्र कला, विज्ञान, खगोल विज्ञान और ज्योतिष का मिश्रण है। इसलिए कहा गया है इसका सीधा संबंध दिशाओं और ऊर्जाओं से होता है। इसके अंतर्गत दिशाओं को आधार बनाकर आसपास मौजूद नकारात्मक ऊर्जाओं को कुछ इस तरह सकारात्मक किया जाता है, ताकि वह मानव जीवन पर अपना प्रतिकूल प्रभाव ना डाल सकें।

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वास्तु क्या है

वास्तु घर निर्माण करने की वह कला है जो ईशान कोण से प्रारंभ होती है और जिसके पालन से घर के विघ्न दूर होते हैं। प्राकृतिक उत्पात व उपद्रवों से रक्षा होती है यानि घर के वातावरण से नेगेटिविटी दूर होती है।

क्या आपके घर में भी इस तरह की हैं परेशानियां 

अगर आपके घर में भी इस तरह की समस्याएं सामने आती हैं तो आपको भी अपने घर की वास्तु पर ध्यान देना चाहिए। क्या  आपके घर में आये दिन कलह होती है? क्या  घर में झगड़ों की वजह से आपका मन दिन भर तनाव से भरा रहता है या फिर घर में झगड़ों के कारण आपके कई काम रुक जाते हैं? आपके यहां भी बीमारियों ने वास किया हुआ है। क्या आपको निरन्तर नुकसान होते आ रहे हैं। यदि ऐसा आपके साथ भी हो रहा है तो आपके घर का वास्तु ठीक नहीं है।

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जीवन में उथल-पुथल का कारण होता है वास्तुदोष
वास्तुशास्त्र के अनुसार, आजकल सभी अपने घर में सुख-समृद्धि और शांति बनाए रखने के लिए उपाय करते हैं, या फिर उसके नियमों का पालन करते हैं। क्योंकि वास्तु के अनुसार, यदि हमारे आसपास कुछ वास्तुदोष होते हैं तो व्यक्ति के जीवन में उथल-पुथल बनी रहती है। घर में वास्तुदोष होने के कारण घर में नेगेटिव एनर्जी आ जाती है, जिसके कारण व्यक्ति डिप्रेशन में चला जाता है। लेकिन वास्तुशास्त्र में घर से नकारात्मकता यानी नेगेटिविटी दूर करने के लिए बहुत ही सरल सहज आसान उपाय बताए गए हैं। 

वास्तु शास्त्र में बताए गए उपाय

  • एक बाल्टीस पानी में 5 नींबू निचोड़कर, एक कप नमक और लगभग चौथाई कप सफेद सिरका डालकर, इस मिश्रण से घर के सभी खिड़की और दरवाजों को साफ कर दें। आपके घर में कभी नेगेटिव एनर्जी व बदहाली प्रवेश नहीं करेगी।
  • घर में उत्तर दिशा, ईशान दिशा, पूर्व दिशा, वायव्य दिशा में हल्का सामान रखना शुभ फलदाई होता है।
  • घर में अग्नि से सम्बंधित उपकरण जहां तक संभव हो दक्षिण-पूर्व दिशा में रखने चाहिए।
  • घर के अंदर लगे हुए मकड़ी के जाले,धूल-गंदगी को समय-समय पर हटाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं रहती। यह कलह और आर्थिक मंदी के भी कारण है।
  • घर में बनी हुई क्यारियों या गमलों में लगे हुए पौधों को नियमित रूप से पानी देना चाहिए। यदि कोई पौधा सूख जाए तो उसे तुरंत वहां से हटा दें। दक्षिण-पश्चिम दिशा में ओवरहैड वाटर टैंक की व्यवस्था करना लाभप्रद रहता है।
  • शयन कक्ष में मुख्य द्वार की ओर पैर करके नहीं सोएं। पूर्व दिशा में सिर एवं पश्चिम दिशा में पैर करके सोने से आध्यात्मिक भावनाओं में वृद्धि होती है।
  • घर या कमरों में कैक्टस के पौधे या कंटीली झाड़ियां या कांटों के गुलदस्ते जो की गमलों में साज-सज्जा के लिए सजाते हैं उनसे पूरी तरह बचना चाहिए।
  • आप अपने घर में निष्क्रि य पड़े ऊर्जा के स्रोतों को फिर से जागृत करने के लिए रोजाना कम से कम 3 बार घर के सभी हिस्सोंम में घंटी बजाएं। इस उपाय से आपको आर्थिक लाभ अवश्यग होगा। 
  • यदि आपने घर में पूजा घर बना रखा है तो शुभ फलों की प्राप्ति के लिए उसमें नियमित रूप से पूजा होनी चाहिए एवं दक्षिण-पश्चिम की दिशा में निर्मित कमरे का प्रयोग पूजा-अर्चना के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
  • गैस का चूल्हा किचन प्लेटफार्म के आग्नेय कोण में दोनों तरफ से कुछ इंच जगह छोड़कर रखना वास्तु सम्मत माना गया है।
  • घर में लगे हुए विद्युत उपकरणों का रख-रखाव उचित ढंग से होना चाहिए, उनमें से किसी भी प्रकार की आवाज़ या ध्वनि नहीं निकलनी चाहिए। यह कलह का कारण होता है।
  • शयन कक्ष में ड्रेसिंग टेबल हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में रखनी चाहिए,सोते समय शीशे को ढक दें।
  • किसी भी व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में दक्षिण दिशा की तरफ पैर करके नहीं सोना चाहिए, ऐसा करने से बेचैनी, घबराहट और नींद में कमी हो सकती है।
  • दरवाजे को खोलते तथा बंद करते समय सावधानी से बंद करें, ताकि कर्कश ध्वनि न निकले।
  • मधुर संबंधों के लिए अतिथियों का स्थान या कक्ष उत्तर या पश्चिम की ओर बनाना चाहिए।
  • आरोग्य के दिशा क्षेत्र उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा में दवाइयां रखने से ये जल्दी असर दिखाती हैं।
  • सब कुछ ठीक होने के बाद भी आपको लगता है कि हमारे हाथ में धन नहीं रूकता तो आपको अपने घर के दक्षिण-पूर्व दिशा क्षेत्र से नीला रंग हटाने की जरुरत है। इस दिशा में हल्का नारंगी, गुलाबी रंगों का प्रयोग करें।
  • परिवार के सभी सदस्यों का एक साथ खींचा हुआ चित्र किसी उपयुक्त स्थान पर लगाना चाहिए। ध्यान रहें कि सभी सदस्य प्रसन्न मुद्रा में मुस्कराते हुए दिखाई दें।
  • यह चित्र दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाया जाये तो, ज्यादा उपयुक्त रहेगा।

इन उपायों को अपना कर आप कलह और आर्थिक तंगी जैसी परेशानियों से मुक्त हो सकते हैं। 

(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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