Vidur Niti : जीवन में सफलता पाने के ये हैं 4 मूलमंत्र, व‍िदुर ने पांडवों को वनवास जाने से पहले द‍िया था ज्ञान

Vidur's mantra of success : विदुर ने सफलता पाने के लिए चार मूलमंत्र बताए हैं और ये सूत्र उन्होंने पांडवों को भी वनवास जाते समय दिया था।

Learn success spells from Vidur, विदुर से जानें सफलता के मंत्र
Learn success spells from Vidur, विदुर से जानें सफलता के मंत्र 
मुख्य बातें
  • आवेश या उत्साह में आ कर किसी काम को न शुरू करें
  • किसी काम को शुरू करने से पहले उसके बारें निश्चय करें
  • समय की कीमत को पहचानने वाला ही जीवन में आगे बढ़ता है

विदुर ने अपनी नीतियों और गूढ़ता के बल पर ही हस्तिपुर के प्रधानमंत्री के पद को पाया था। विदुर आने वाली विपदाओं को अपनी बौद्धिक क्षमता और छठी इंद्रिय की मदद से पहले ही जान लेते थे, लेकिन दुर्भाग्य था कि कौरवों ने कभी विदुर की बातों और बताए रास्तों पर ध्यान नहीं दिया। वहीं पांडवों ने विदुर की बौद्धिक क्षमता का भरपूर लाभ उठाया। उन्होंने विदुर को बताई हर बात को गंभीरता से लिया और वनवास जाते समय भी विदुर की सलाह ली। इस दौरान विदुर ने पांडवों को चार सूत्र बताए और उसी पर चलने का आग्रह किया। ये चार सूत्र सफलता पाने का मूलमंत्र था।

जब पांडव,  दुर्योधन और शकुनि से जुए में हारने के बाद अर्जुन और भीम ने दुर्योधन और दुःशासन को मारने और इंद्रप्रस्थ वापस लेने की प्रतिज्ञाएं की थी। इंद्रप्रस्त छोड़कर वनवास जाते समय विदुर ने पांडवों को समझाया था कि किस तरह वे अपने वनवास को काट सकते हैं और जीवन के संघर्ष में सफल हो सकते हैं। विदुर ने उन्हें पांडवों को कहा था कि सफलता के लिए दृढ़ संकल्प का होना जरूरी है। साथ ही अपने मन पर नियंत्रण रखने के साथ चार चीजों का पालन जरूर करना चाहिए।

Vidur Niti mein safalata ke moolmantra

1 पहले निश्चय करें, फिर ही शुरू करें काम

विदुर ने सफलता पाने के पहले सूत्र के रूप में बताया कि किसी भी काम को करने से पहले उसके बारे में विचार करना चाहिए और उसे पूर्ण करने दृढ़ निश्चय लेना चाहिए। विदुर का कहना था कि बिना सोच-विचार किए गए काम कई बार अधूरे रह जाते हैं और और उसे पूरा करने का आत्मविश्वास खत्म हो जाता है। इसलिए किसी भी काम में महारथ हासिल करने या सफलता के लिए उसे शुरू करने से पहले तैयारी करना जरूरी है। ताकि काम के दौरान आने वाली विकट परिस्थितयों का मुकाबला आसानी से किया जा सके।

2 काम शुरू करें तो उसे पूरा कर के ही दम लें

विदुर ने दूसरे सूत्र के रूप में बताया कि यदि कोई काम शुरू किया जा रहा है तो उसे खत्म कर के ही दम लेना चाहिए। उत्साह या आवेश में आ कर किसी कार्य को नहीं करना चाहिए। ऐसी स्थिति में कार्य के पूरे होने की संभावना बेहद कम होती है। जरा सी रुकावट आने पर ही काम के प्रति मन हट सकता है, ऐसे में जरूरी है कि आप जो काम करें उसे सोच कर करें और पूरा जरूर करें।

3 समय की कीमत को पहचानें

कोई भी कार्य समय पर पूरा हो तो उसकी कीमत होती है, अन्यथा काम पूरा होकर भी बेकार साबित होता है। इसलिए समय की कीमत को समझना चाहिए और काम को समय पर शुरू और खत्म करना चाहिए। समय की कीमत समझने वाले ही जीवन में आगे बढ़ते हैं और सफलता पाते हैं।

4 मन को नियंत्रित रखना सीखें

मन को नियंत्रित रखना सफलता का बहुत महत्वपूर्ण मूल मंत्र है। जिस व्यक्ति का मन नियंत्रित होता है वह हर काम को सही तरीके से करता है और सोच-समझ करता है, लेकिन चंचल मन वाले लोग अपने काम को न तो पूरा कर पाते हैं न ही जीवन में आगे बढ़ पाते हैं। जीवन में सफलता पाने के लिए अनावश्यक इच्छाओं को वश में रखना चाहिए।

विदुर की ये नीतियां आज के समय में भी इतनी ही प्रासंगिक हैं, जितनी की पांडवों के लिए थीं। इसलिए सफलता पाने के लिए इन सूत्रों को जरूर मान कर चलें।

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