Indira Ekadashi Mantra: इन मंत्रों के बिना अधूरी है श्री‍हरि विष्णु की पूजा, इंदिरा एकादशी के दिन जरूर करें

आध्यात्म
Updated Sep 21, 2022 | 07:09 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Vishnu Mantra Benefits: हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल इंदिरा एकादशी का व्रत 21 सितंबर को रखा जाएगा। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा व मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है।

Indira Ekadashi 2022 Mantra Jaap
इंदिरा एकादशी के दिन करें इन मंत्र जाप 
मुख्य बातें
  • हिंदू पंचांग के अनुसार इंदिरा एकादशी का व्रत 21 सितंबर को रखा जाएगा
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इंदिरा एकादशी का व्रत रखने से पितरों की आत्मा को मोक्ष मिलता है
  • वहीं इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करने पर भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं

Lord Vishnu Mantra On Indira Ekadashi 2022: अश्वनी मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को इंदिरा एकादशी का व्रत रखा जाता है। इंदिरा एकादशी का व्रत पितृपक्ष के दौरान आती है, इसलिए इसका महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार इंदिरा एकादशी का व्रत 21 सितंबर को रखा जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इंदिरा एकादशी का व्रत रखने से पितरों की आत्मा को मोक्ष मिलता है। वहीं इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करने पर भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं। इंदिरा एकादशी के व्रत के दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने से श्री हरि विष्णु की विशेष कृपा बनती है।

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भगवान श्रीहरि विष्णु के पवित्र मंत्र

1. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय

2. श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे।
  हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।

3. ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।

4. ॐ विष्णवे नम:

5. ॐ हूं विष्णवे नम:

6. ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।  

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7.  लक्ष्मी विनायक मंत्र - 
दन्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।

8. धन-वैभव एवं संपन्नता का मंत्र - 
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। 
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।

9. सरल मंत्र -
- ॐ अं वासुदेवाय नम:
- ॐ आं संकर्षणाय नम:
- ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
- ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
- ॐ नारायणाय नम:

10. विष्णु के पंचरूप मंत्र -
ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्‍टं च लभ्यते।।

एकादशी का है विशेष महत्व

सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। साल में 24 एकादशी का व्रत पड़ता है। हर महीने की एक पक्ष में एकादशी तिथि आती है। यानी महीने में दो बार एकादशी का व्रत रखा जाता है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। एकादशी का व्रत काफी फलदाई माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि एकादशी की व्रत रखने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। 

(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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