Maha Shivratri 2020: हिंदू धर्म में त्रिमूर्ति ब्रह्मा- सृष्टिकर्ता, विष्णु- संरक्षक और शिव- संहारक माने गए हैं। इसलिए शिवजी क्रोधित न हों यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है। यदि शिवजी प्रसन्न होते हैं तो इंसान को सुखी परिवार, धन-दौलत और अच्छा स्वास्थ्य देते हैं। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की विशेष पूजा करने वालों को मोक्ष की प्राप्ति होती हैं और जीवन में उसे कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसलिए शिवजी की पूजा में कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। शिव पूजा में क्या करें- क्या नहीं, ये जानना भी जरूरी है। साथ ही ये भी जानें कि शिवजी पर चढ़े प्रसाद का क्या करना चाहिए।
- महाशिवरात्रि के दिन आप स्नान करने वाले जल में काला तिल जरूर मिला लें। इससे आप सारी अशुद्धियों से दूर हो जाएंगे। यदि पवित्र नदी में स्नान नहीं कर सकते तो स्नान के जल में गंगाजल की कुछ बूंदे मिला लें।
- मंदिर में जब आप शिवलिंग का अभिषेक दूध से करें तो आधा कप से अधिक दूध का प्रयोग न करें। इसमें कुछ बूंदे शहद मिला कर शिवजी का अभिषेक करें। भगवान शिव का अभिषेक कभी भी ज्यादा जल, दूध या किसी अन्य द्रव्य से न करें।
- शिवजी पर जल जब भी चढ़ाएं तांबे के बर्तन का प्रयोग करें, लेकिन दूध से अभिषेक के लिए चांदी या मिट्टी के बर्तन का ही प्रयोग करना चाहिए।
- शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, हल्दी, चंदन और फूल चढ़ाने चाहिए। भगवान शिव को सफेद फूल पसंद हैं इसलिए सफेद फूल ही अर्पित करें। बेलपत्र तीन पत्तियों वाला हो और खंडित न हो।
- यदि महिलाए शिवलिंग पर अभिषेक करना चाहती हैं तो केवल चंदन का प्रयोग करें। महिलाओं को शिवलिंग पर केवल चंदन का लेप लगाना चाहिए।
- महाशिवरात्रि के व्रत में दिन में फलहार खाया जा सकता है, लेकिन शाम को कुछ भी न खाएं।
- रात्रि जागरण करना और भजन-कीर्तन के लिए मंदिर में जाना चाहिए।
- भगवान शिव को खीर, बर्फी जैसी दूध से बनी चीजें अर्पित करनी चाहिएं। भगवान शिव को दूध से बने खाद्य पदार्थ पसंद हैं।
- भगवान शिव को काला रंग पसंद नहीं है, इसलिए इस दिन भक्तों को काले रंगा का वस्त्र नहीं पहनना चाहिए।
- भगवान शिव की पूजा करते समय कभी भी तुलसी के पत्तों का उपयोग न करें। ऐसा माना जाता है कि जो श्रद्धालु पूजा के दौरान तुलसी के पत्तों का उपयोग करते हैं, वे अपनी पूजा का फल नहीं पाते बल्कि उन्हें भगवान शिव की नाराजगी का सामना करना पड़ता है।
- महाशिवरात्रि पर मांसाहारी भोजन, शराब आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। भांग का सेवन किया जा सकता है।
- भगवान शिव को चढ़ाया हुआ प्रसाद कभी भी घर लेकर न आएं। बल्कि उनको चढ़ाया प्रसाद गरीबों और मंदिर में मौजदू भक्तों में बांटना चाहिए।
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