दुनियाभर में करोड़ों लोग ईस्टर संडे मनाते हैं। 40 दिनों के प्रेयर और फास्ट के बाद ईस्टर संडे आता है जिसे ईसाई समुदाय के लोग बड़े ही धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं। इस दिन वे चर्च में कैंडिल जलाते हैं प्रेयर करते हैं और केक काटकर व चॉकलेट के साथ इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं।
बाईबिल के मुताबिक इस दिन प्रभु यीशु मसीह ने धरती पर पुनर्जन्म लिया था। क्रूस पर चढ़ाए जाने के तीसरे दिन बाद यीशु मसीह वापस लौट आए थे इसी की खुशी में ईस्टर मनाया जाता है। इस दिन एक और चीज का महत्व होता है वह है ईस्टर एग ( Easter Egg)। बच्चे ईस्टर एग व चॉकलेट एग के पीछे क्रेजी नजर आते हैं।
एग के साथ ईस्टर क्यों सेलिब्रेट किया जाता है
एग को नवीनता और नवजीवन और पुनर्जन्म का प्रतीक माना जाता है। यही कारण है कि प्रभु यीशु मसीह के पुनर्जन्म की याद में एग के साथ ईस्टर सेलिब्रेट किया जाता है। जर्मन प्रवासियों ने सबसे पहले अमेरिका मे एग के साथ ईस्टर सेलिब्रेशन की शुरुआत की थी।
लेकिन 19वीं सदी के अंत तक इसमें कई तरह के बदलाव आने लगे, दुकानदारों ने खरगोश आकार के कैंडी बेचने शुरू कर दिए जिसके बाद इसमें बदलाव होते चले गए और फिर चॉकलेट बनी के साथ ईस्टर सेलिब्रेशन की शुरुआत हुई। बच्चों को भी ये कहानियां सुनाई जाती है कि खरगोश ने ईस्टर संडे की सुबह टोकरी भर के अंडे, कैंडी दिए हैं।
हर साल बदलती है ईस्टर की तारीख
शुरुआत में ईस्टर सेलिब्रेशन को लेकर खूब विवाद होता था। एक बार ईसाई समुदाय के लोगों ने जीसस के पुनर्जन्म की तारीख को याद रखना भूल गए थे। तब से ईस्टर सेलिब्रेशन ईसाइयों के लिए और जटिल हो गया। जेविश हॉलीडे कैलेंडर सूर्य और चंद्रमा के चक्र के आधार पर बना है इसलिए हर साल ईस्टर की तारीख बदलती रहती है।
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