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Karwa Chauth 2021: खराब मौसम में चांद ना दिखने का उपाय, ऐसे अर्घ्य देकर तोड़ें व्रत

करवा चौथ का व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है। इस दिन मां गौरी समेत शिव परिवार की पूजा का विधान है। इससे सुख एवं सौभाग्‍य की प्राप्ति होती है।

Karwa Chauth Vrat 2021 (pic: Istock)
Karwa Chauth Vrat 2021

पति की लंबी आयु और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए करवा चौथ का व्रत रखा जाता है। हिंदू धर्म में इसका काफी महत्व है। इस दिन सुहागिन महिलाएं 16 श्रृंगार करती हैं। इस साल करवा चौथ 24 अक्‍टूगर को है। इस‍ दिन बेहद शुभ योग बन रहा है। करवा चौथ के दिन इस बार रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा का पूजन होगा यह संयोग पूरे 5 साल बाद बन रहा है।

Karwa Chauth 2021 Puja Vidhi, Muhurat, Samagri

करवा चौथ के पूजन के दौरान कुछ खास बातों का ध्‍यान रखना चाहिए। इससे व्रत का पूर्ण फल प्राप्‍त होगा। करवा चौथ के व्रत में भगवान शंकर, माता पार्वती, कार्तिकेय, गणेश और चंद्र देव की पूजा-अर्चना होती है। इस दिन एक तांबे या मिट्टी के बरतन में चावल, उड़द की दाल भरकर सिंदूर, चूड़ी, शीशा व अन्‍य सुहाग का सामान किसी बुजुर्ग सुहागिन महिला या अपनी सास को देने से पुण्‍य एवं सौभाग्‍य की प्राप्ति होती है। इस दिन घर के बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना चाहिए।

Karwa Chauth 2021 Moonrise Time Today: Check Your City time here

Oct 24, 2021  |  09:49 PM (IST)
पूजन के साथ महिलाओं ने किया उपवास का समापन

चांद दिखने के बाद देश के अलग अलग हिस्सों में महिलाओं ने करवा चौथ के व्रत का समापन कर दिया है। चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद महिलाओं ने पति का चेहरा छलनी में देखा और पूजन के साथ व्रत संपन्न किया।

Oct 24, 2021  |  08:45 PM (IST)
खराब मौसम या अन्य कारण से चांद ना दिखने पर ये करें

कई शास्त्र और धर्म विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम या अन्य कारण से चांद ना देख पाने पर आप चन्द्रमा की मानसिक पूजा करके पूर्व दिशा में अर्घ्य दे सकते हैं अथवा देश के  किसी नगर में जहां मौसम अनुकूल हो और वहां चन्द्र दर्शन हो रहे हों तो आप उस नगर से आप किसी भी इष्ट मित्र से चन्द्रोदय की ( सीधा फ़ोटो) डायरेक्ट इमेज अपने फोन के व्हाट्सअप पर मंगवा कर अर्घ्य अर्पित कर सकते हैं।

Oct 24, 2021  |  08:30 PM (IST)
विशेषज्ञ और शास्त्र अनुसार पारण का नियम

 विभिन्न पंचांगों में कर्क चतुर्थी पर पूरे भारत वर्ष में चन्द्रोदय पूर्वी भारत में कलकत्ता से लेकर दक्षिण पश्चिम भारत में बैंगलोर और अहमदाबाद में 20/39 पर होगा। प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष  की चतुर्थी तिथि पर चन्द्रोदय उस दिन के सूर्योदयी लग्न से आठवें लग्न में होता है। जैसे कि आज  देवभूमि पानीपत में सूर्योदय प्रातः 6/32 बजे हुआ तो उस समय क्षितिज में तुला लग्न से चल रहा था और चन्द्रोदय रात्रि को 20/06 को वृषभ लग्न में होगा।

तुला से ऋषभ लग्न आठवां लग्न है। राष्ट्र के कुछ प्रमुख नगरों का चन्द्रोदय समय आप को कल प्रेषित कर दिया था। आप आज यदि मौसम अनुकूल न हो तो व्रत का पारण रात्रि 20/39 पर कर सकते हैं क्यों कि उस समय समस्त भारत में चन्द्रोदय हो चुका होगा।

Oct 24, 2021  |  08:23 PM (IST)
मौसम ठीक ना होने पर कब करें करवा चौथ व्रत का पारण

रविवार कार्तिक 4 तदानुसार 24 अक्टूबर 2021 के दिन पावन करवा चौथ का व्रत है, जिसका पारण चन्द्रोदय होने पर चन्द्रमा को अर्घ्य अर्पित करके होता है। आज दोपहर बाद से कई जगह आकाशीय लक्षण विपरीत प्रतीत हो रहे हैं तो ऐसे में द्वंद्व की स्थिति बनी रहती है कि अर्घ्य कैसे और कब अर्पित करें कि व्रत का पारण हो।

Oct 24, 2021  |  07:39 PM (IST)
ब्रम्ह देव का वचन और देवों की विजय

ब्रह्मदेव ने ऐसा वचन दिया कि ऐसा व्रत करने पर युद्ध में देवताओं की जीत निश्चित होगी और ब्रह्मा जी के कहे अनुसार कार्तिक माह की चतुर्थी के दिन सभी देवताओं की पत्नियों ने व्रत रखना शुरू किया और अपने पतियों की विजय के लिए प्रार्थना की। यह प्रार्थना स्वीकार हुई और युद्ध में देवताओं की जीत निश्चित हो गई। खुशखबरी को सुन कर सभी देव पत्नियों ने अपना व्रत खोला और खाना खाया। कथा अनुसार उस समय आकाश में चांद भी निकल आया और ऐसा माना जाता है कि इसी दिन से करवा चौथ के व्रत के परंपरा शुरू हुई है।

Oct 24, 2021  |  07:02 PM (IST)
पौराणिक मान्यता अनुसार करवा चौथ का इतिहास

मान्यताओं के मुताबिक करवा चौथ की परंपरा देवताओं के समय से है और पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार देवताओं और दानवों में युद्ध हो गया और उस युद्ध में देवताओं की हार होने लगी तब भयभीत देवता ब्रह्मदेव के पास आए और उनसे रक्षा की प्रार्थना की। ब्रह्मा ने कहा कि इस संकट से बचने के लिए सभी देवताओं की पत्नियों को अपने-अपने पतियों के लिए व्रत रखना चाहिए और सच्चे दिल से उनकी विजय की कामना करनी चाहिए।

Oct 24, 2021  |  06:25 PM (IST)
करवा चौथ का ज्योतिष विज्ञान और पंचांग

24 अक्टूबर को चतुर्थी के दिन रात्रि में 2 बजकर 51 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र, रात 11 बजकर 35 मिनट पर्यंत, वरियान योग भी रात को 11 बजकर 13 मिनट तक बना हुआ है। इस बार करवा चौथ पर इस प्रकार तीन शुभ योग बन रहे हैं। चंद्रमा की स्थिति रोहिणी नक्षत्र पर निर्भर होती है। मान्यता अनुसार, चंद्रमा रोहिणी से अत्यन्त प्रेम करते हैं इसलिए इस दिन व्रत रखने से व्रत करने वाली महिला के पति को आयु लंबी होने के साथ ही उनके प्रेम और दांपत्य जीवन में मधुरता बढ़ जाती है।

Oct 24, 2021  |  05:54 PM (IST)
महाभारत काल में कृष्ण-द्रौपदी से जुड़ी मान्यता

करवा नाम की महिला के अलावा एक मान्यता करवा चौथ को लेकर महाभारत काल से भी जुड़ी है। महाभारत से संबंधित पौरणिक कथा के अनुसार, पांडव पुत्र अर्जुन तपस्या करने नीलगिरी पर्वत गए थे। इसी दौरान दूसरी ओर बाकी पांडवों पर कई प्रकार के संकट आने लगे। इससे व्यथित द्रौपदी भगवान श्रीकृष्ण से इसका उपाय पूछती हैं। तब श्रीकृष्ण बताते हैं कि यदि वह कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन करवा चौथ का व्रत रखती हैं तो इन सभी संकटों से मुक्ति मिल सकती है। द्रौपदी विधि-विधान सहित करवा चौथ व्रत रखती है और इससे उनके  अनेक कष्ट भी दूर होते हैं।

Oct 24, 2021  |  05:22 PM (IST)
करवा चौथ पर शिव परिवार से जुड़े मंत्र

'ॐ शिवायै नमः' से पार्वती का,
'ॐ नमः शिवाय' से शिव का,
'ॐ षण्मुखाय नमः' से स्वामी कार्तिकेय का,
'ॐ गणेशाय नमः' से गणेश का
'ॐ सोमाय नमः' से चंद्रमा का पूजन करवा चौथ के दिन करना चाहिए।

Oct 24, 2021  |  04:33 PM (IST)
करवा नाम की महिला और यमराज की कहानी

पौराणिक मान्यता कथाओं के अनुसार करवा नाम की एक स्त्री अपने पति के साथ एक गांव में रहती थी। एक दिन उसका पति जब नदी में स्नान के लिए गया तो मगरमच्छ ने उसका पैर पकड़ लिया और वह उसे पानी के अंदर खींचने लगा। तब युवक ने रक्षा के लिए पत्नी को पुकारा। करवा ने अपने पति की जान बचाने के लिए धागे से मगरमच्छ को बांध दिया और धागे का एक सिरा पकड़कर और अपने पति को साथ लेकर वह यमराज के पास पहुंची। करवा ने बड़े ही साहस से यमराज के सभी सवालों का जवाब भी दिया।

Oct 24, 2021  |  04:33 PM (IST)
करवा को यमराज का वरदान

यमराज ने करवा की बातों से प्रसन्न होकर उसके पति के जीवन को वापस कर दिया। साथ ही कहा कि जो भी स्त्री इस दिन व्रत-उपवास करके करवा को याद करेगी, मैं उसके सौभाग्य की रक्षा करूंगा। इस घटना के बाद से हर साल करवा चौथ मनाने की परंपरा चल रही है।

Oct 24, 2021  |  02:52 PM (IST)
चांद निकलने पर ऐसे पूर्ण करें व्रत

आसमान में चांद निकलने से पहले ही एक थाली में धूप-दीप, रोली, पुष्प, फल, मिठाई सभी पूजन सामग्री सजाकर रखें और चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए जल भर लें। इसके बाद करवा में चावल या चिउड़ा के साथ कुछ दक्षिणा आदि भर कर रख लें। चांद निकलने के बाद चांद का दर्शन कर विधि पूर्वक पूजा कर लें और अंत में पति की पूजा करके उनके हाथ से जल ग्रहण कर व्रत को पूर्णता की ओर ले जाएं। घर में सभी बड़ों का आशीर्वाद लें।

Oct 24, 2021  |  01:28 PM (IST)
करवा चौथ का महत्‍व

धार्मिक मान्‍यताओं के अनुसार करवा चौथ का व्रत सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए रखा था। इसके अलावा महाभारत काल में द्रौपदी ने भी यह व्रत रखा था। करवा चौथ का व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन चंद्रमा को अर्घ्‍य दिया जाता है। इस दौरान  मिट्टी के करवे का उपयोग किया जाता है। चतुर्थी तिथि को चौथ कहते हैं। इस दिन भगवान गणेश ,गौरी तथा चंद्रमा की पूजा की जाती है।

Oct 24, 2021  |  12:30 PM (IST)
करवा चौथ के दिन बन रहे हैं ये शुभ संयोग

ज्‍योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार करवा चौथ पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में । पडेगा। साथ ही आज रात 11 बजकर 35 मिनट तक वरीयान योग भी बनेगा। इसे मंगलदायक कार्यों में सफलता प्रदान करने वाला माना जाता है। 

Oct 24, 2021  |  10:58 AM (IST)
चंद्रमा के दर्शन न होने पर क्‍या करें

करवा चौथ का व्रत चंद्रमा को अर्घ्‍य देने के साथ ही पूर्ण होता है, लेकिन कई बार बादल या बारिश की वजह से चांद दिखाई नहीं देता ऐसे में चिंता की जरूरत नहीं है। विद्वानों के अनुसार ऐसी स्थिति में महिलाएं शाम को देवी मां पूजा के बाद चंद्रोदय के समय पूर्व दिशा में मुंह रखें। साथ ही भगवान शिव के मस्‍तक पर बनें चंद्रमा के दर्शन करके उनका ध्‍यान करें। इसके बाद अर्घ्‍य दें। इस तरह से आप व्रत पूर्ण कर सकती हैं। 

Oct 24, 2021  |  09:52 AM (IST)
सास को दें बायना

जिस तरह बहू को सास आशीर्वाद के रूप में सरगी देती है, जिसमें खाने की चीजें समेत सुहाग का सामान होता है। ठीक इसी तरह बहू को भी करवा चौथ के दिन बायना देना चाहिए। ये एक तरह का भेंट होता है। इसमें आप अपनी इच्‍छानुसार चीजें रख सकती हैं। ज्‍यादातर लोग इसमें साड़ी या कपड़े समेत दूसरी चीजें देते हैं। 

Oct 24, 2021  |  08:29 AM (IST)
कैसे खोलें व्रत

करवा चौथ का व्रत खोलने के लिए पूजा के दौरान करवा माता की कथा सुनें। इसस पहले करवे पर रोली से एक सतिया बनाएं और 13 बिन्दियां लगाएं। कथा सुनते समय हाथ पर गेहूं या चावल के 13 दाने साथ रखें। पूजा करने के बाद चंद्रमा निकलते ही चंद्र दर्शन करें और अर्घ्‍य दें। इसके बाद पति को छलनी से देखें। अब पति के हाथों से पानी पीकर अपने व्रत का उद्यापन करें।

Oct 24, 2021  |  07:35 AM (IST)
करवा चौथ पूजा विधि

करवा चौथ की पूजा के लिए जिस स्थान पर आप पूजन करने वाले हैं वहां गेहूं से फलक बनाएं और उसके बाद चावल पीस कर करवा की तस्वीर बनाएं। 
अब आप पीले रंग की मिट्टी से गौरी कि मूर्ति बनाएं और साथ ही उनकी गोदे में गणेश जी को विराजित कराएं। 
अब मां गौरी को चौकी पर स्थापित करें और लाल रंग कि चुनरी ओढ़ा कर  उन्हें शृंगार का सामान अर्पित करें। 
गौरी मां के सामने जल भर कलश रखें और साथ ही टोंटीदार करवा भी रखें जिससे चंद्रमा को अर्घ्य दिया जा सके।
इसके बाद आठ पूरियों कि अठवारी बनाकर उसके साथ हलवा या खीर का भोग लगाएं। 
अब विधिपूर्वक गणेश गौरी की पूजा करें और करवाचौथ की कथा सुनें।  

Oct 24, 2021  |  06:35 AM (IST)
करवा चौथ की पूजा में पढ़ें ये खास मंत्र

करवाचौथ के दिन सूर्योदय से पहले उठाकर स्नान करें और स्नान करने के बाद पूजा स्‍थान की साफ-सफाई करें। इसी दौरान हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्‍प भी लें। इस दौरान ‘‘मम सुखसौभाग्य पुत्रपौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये कर्क चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये’ मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से व्रत का प्रभाव बढ़ेंगा। साथ ही सुख शांति में वृद्धि होगी।  

Oct 24, 2021  |  12:32 AM (IST)
करवा चौथ पर अद्भुत नक्षत्र योग, चंद्रमा की प्रिय है रोहिणी

कई पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्रमा की 27 पत्नियों में सबसे प्रिय रोहिणी के साथ होने से एक शुभ योग 2021 में बन रहा है। चंद्रमा का उदय रोहिणी नक्षत्र का होना अपने आप में एक अद्भुत संयोग है। रात 1 बजकर 02 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा।