Astro: ग्रहों को मजबूत बनाते हैं ये पेड़-पौधे और जड़ियां, जानें चमत्कारिक रूप से कैसे होता है फायदा

उपाय-टोटके
Updated Nov 22, 2019 | 08:30 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

ग्रह उच्च स्थान पर हो तो वह शुभ फल देता हैं, लेकिन नीच स्थान पर बैठा ग्रह बेहद कष्टकारी होता है। कुछ पौधे,(Plants) जड़ें और वस्तुएं ग्रहों के बुरे प्रभाव को कम कर उन्हें शुभफल देने वाला बनाते हैं।

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मुख्य बातें
  • ग्रहों को मजबूत बनाने में पौधे भी मददगार होते हैं
  • पशुओं की सेवा करने से भी ग्रह के प्रभाव कम होते हैं
  • वस्तुओं का दान करना ग्रहों की शांति का विशेष उपाय है

कुंडली में यदि ग्रह की स्थिति अच्छी नहीं या शुभ ग्रह के साथ उसका शत्रु ग्रह भी उसी स्थान पर बैठा हो तो जातक के शुभ ग्रह के प्रभाव भी कम हो जाते हैं। शत्रु ग्रह या नीच ग्रह जातक के जीवन में अनेक कठिनाइयां लेकर आता है। कई बार ऐसा भी होता है कि ग्रह अच्छे स्थान और सही घर में तो मौजूद है लेकिन उसकी स्थित बेहद कमजोर है।

ऐसी स्थिति में ग्रहों को तेज करने के लिए भी उपाय किए जाते हैं। यहां हम आपको ग्रहों से जुड़ी उन वस्तुओ, जड़ों और पौधों के बारे में बताने जा रहे जो ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम करते हैं और जो ग्रहों की कमजोरी दूर कर उन्हें तेज बनाते हैं।

ग्रहों को मजबूत बनाते हैं ये पेड़-पौधे और जड़ियां

1. सूर्य ग्रह
सूर्य ग्रह का सबसे प्रभावी वृक्ष तेजफल मना गया है। पर्वतों पर उगने वाले पौधे, मिर्च, काली मिर्च, शलज़म, सूर्यमुखी का फूल, सरसों और गेहूं पर भी सूर्य का प्रभाव होता है।

सूर्य दोष होगा ऐसे दूर
यदि जातक पर सूर्य दोष है या सूर्य कमजोर है तो विल्वमूल की जड़ को धारण करना चाहिए। बंदर, पहाड़ी गाय और कपिला गाय को अन्न खिलाएं। सूर्य भगवान को अर्घ्य दें औ भगवान विष्णु की आराधना करें। माणिक पत्थर भी पहना जा सकता है।

2. चंद्र ग्रह
चंद्र ग्रह का मजबूत पौधा पोस्त है साथ ही पलाश के पौधे भी चंद्र ग्रह का प्रतिनिधित्व करते हैं। खोपरा, ठंडे पदार्थ, रसीले फल, चावल और सब्जियों चंद्र का प्रतिनिधत्व करती हैं।

इनसे होंगे चंद्र दोष दूर
यदि चंद्र ग्रह कमजोर है और बुरे प्रभाव दे रहा तो जातक को खिरनी की जड़ धारण करनी चाहिए। दूध का दान करना चाहिए। मोती या चांदी धारण करनी चाहिए। चावल दान करें और घोड़े की सेवा करें।

3. मंगल
लाल किताब के अनुसार मंगल दो प्रकार के होते हैं। मंगल नेक और बद मंगल। नेक मंगल का प्रतिनिधित्व नीम का वृक्ष और बद मंगल का प्रतिनिधित्व ढाक का वृक्ष करता है। खैर का वृक्ष को भी मंगल की शांति के लिए लाभदायक होता है।

मंगल दोष होगा इनसे दूर
यदि मंगल नीच का है तो नुकीले या कांटे वाले वृक्ष, बरगद, अदरक, अनाज, तुअर दाल, मूंगफली का दान करें। मूंगा या अनंतमूल की जड़ धारण करें।

4. बुध ग्रह
बुध ग्रह का प्रतनिधित्व केला का पेड़ करता है। साथ ही कोई भी पेड़ जिसे चौड़े पत्ते हों वह बुध का अधिकारी होता है। इसके अलावा नर्म फसल, मूंग दाल और बैंगन पर भी बुध का अधिकार होता है।

ऐसे दूर होगा बुध का दोष
बुध कमजोर है तो जातक को विधारा की जड़ धारण करनी चाहिए। साथ हरे मूंग की दाल का दान करने और बकरी, भेड़ की सेवा करनी चाहिए। हिरा और पन्ना बुध की ही धातुएं हैं।

5. गुरु ग्रह
गुरु ग्रह के लिए पीपल का वृक्ष होता है। साथ ही केले का पेड़क्ष, खड़ी फसल, गांठों वाले पादप से जुड़े पौधे पर भी गुरु का अधिकार होता है।

ऐसे दूर होगा गुरु का दोष
गुरु अगर भारी हों तो भारंगी/केले की जड़ धारण करना चाहिए। साथ ही केले के पेड़ के साथ भगवान बृहस्तपति की पूजा करें। पीली वस्तुएं दान में दें। कच्ची हल्दी की गांठ या पुखराज पहनें।

6. शुक्र ग्रह
शुक्र ग्रह का प्रतिनिधित्व कपास का पौधा और बेलदार पौधे करते हैं। फलदार वृक्ष, फूलदार पौधे, मटर, बींस, ग्रह के अधिकारी हैं।

ऐसे दूर होगा शुक्र का दोष
सिंहपुछ की जड़ धारण करें। पशुओं में अश्व, गाय और बैल की सेवा करें। सफेद वस्त्र या सफेद चीजों का दान करें। हीरा या स्फटीक धारण करें।

7. शनि ग्रह-
शनि ग्रह के के अधिकारी कीकर, आक, खजूर के वृक्ष होते हैं। साथ ही पादपों में जहरीले और कांटेदार पौधे, खारी सब्जियां, तम्बाकू पर भी शनि का अधिकार होता है।

ऐसे दूर होगा शनि का दोष
बिच्छोल की जड़ धारण करें।पशुओं में भैंस या भैंसा की सेवा करें। चमड़े की चीजों का दना करें। वस्तुओं में शहद, लोहा या नीलम शनि के अधिकारी हैं। घर में मिट्टी के बर्तन में शहद रखने और खाने से शनि शांत होते हैं।

8. राहु ग्रह
राहु ग्रह का अंश नारियल का पेड़ में होता है। साथ ही चंदन का पेड़ भी इनका ही अधिकारी है। इसके अलावा लहसुन, काले चने, काबुली चने और मसाले पर भी इनका ही अधिकार होता है।

ऐसे दूर होगा राहु का दोष
चंदन की जड़ धारण करें।पशुओं में हाथी की सेवा करें। नीलम, सिक्का और गोमेद इनके धातु हैं।

9. केतु ग्रह
केतु ग्रह का अधिकार इमली का दरख्त, तिल के पौधे और केले के वृक्ष में होता है। साथ ही अश्वगंधा पर भी इनका अधिकार है। लहसुन, काले चने, काबुली चने और मसाले पैदा करने वाले पौधों भी इनके अधिकारी होते हैं।

ऐसे दूर होगा केतु का दोष
अश्वगंध की जड़ धारण करें। कुत्ता, गधा, सूअर और छिपकली का कभी प्रताड़ित न करें। वस्तुओं में द्विरंगा पत्थर होता है।

याद रखें यदि ग्रह उच्च है तो उससे संबंधित चीजों का दान न करें यदि कमजोर है तो उसका दान करें और उसे धारण करें।
 

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