माघ मास के कृष्ण पक्ष पर षटतिला एकादशी होती है। कार्तिक मास के समान ही इस एकादशी का बेहद महत्व होता है। इस दिन तिल का प्रयोग और भगवान विष्णु की पूजा विशेष तरीके से की जाती है। एकादशी का दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु को समर्पित होता है। षटतिला एकादशी के दिन भगवान का खास भोग होता है और पूजा के लिए खास तरह से कंडे बनाए जाते हैं।
इस एकादशी का व्रत करने से पापों से मुक्ति मिलती है और सुख -समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इसलिए इस दिन पूजा विधि, पूजन सामग्री और पूजा के महत्व के बारे जरूर जान लेना चाहिए , ताकि व्रत पूरी तरह से सफल हो सके। षटतिला एकादशी करने के कई लाभ मिलते हैं। इस दिन काली गाय और तिल का दान मनुष्य को मोक्ष दिलाता है।
षटतिला एकादशी व्रत पारण मुहूर्त
षटतिला एकादशी पर ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा
षटतिला एकादशी का महत्व जाने अनजाने हुए पाप कर्मों से मुक्ति के लिए षटतिला एकादशी का व्रत जरूर करना चाहिए। मान्यता है कि माघ मास की कृष्ण पक्ष की षटतिला एकादशी कष्टों को हरने वाली होती है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल