BWF World Championship: किदांबी श्रीकांत ने रचा इतिहास, बने फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी

भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने शनिवार को लक्ष्य सेन को मात देकर स्पेन में चल रही बीडब्लूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में जगह पक्की कर ली। वो फाइनल तक पहुंचने वाले भारत के पहले पुरुष खिलाड़ी हैं।

Kidambi-Srikanth
सेमीफाइनल मुकाबले के बाद लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत 
मुख्य बातें
  • किदांबी श्रीकांत बने बीडब्लूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय
  • हमवतन लक्ष्य सेन को दी सेमीफाइनल में 17-21, 21-14, 21-17 के अंतर से मात
  • फाइनल में पहुंचकर किदांबी ने पक्का किया रजत, लक्ष्य सेन के हाथ आया कांस्य पदक

हुएलवा (स्पेन): भारत के सीनियर बैडमिंटन खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत और ने युवा लक्ष्य सेन को मात देकर स्पेन में आयोजित हो रही बीडब्लूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप 2021 के फाइनल में जगह बना ली है। किदांबी श्रीकांत ने फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है वो बैडमिंटन की वर्ल्ड चैंपियनशिप में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं।

सायना, सिंधू के बाद फाइनल में पहुंचने वाले तीसरे भारतीय 
28 वर्षीय श्रीकांत से पहले सायना नेहवाल और पीवी सिंधू वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचने में सफल रही थीं। इस लिहाज से वो इस मुकाम पर पहुंचने वाले तीसरे भारतीय हैं। शनिवार को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने हमवतन लक्ष्य सेन को तीन गेम तक चले मुकाबले में 17-21, 21-14, 21-17 से मात दी।

BWF World Championship: लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत ने रचा इतिहास, दो पदक किए पक्के

किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में एंट्री करके देश के लिए दो पदक पक्के कर दिए थे। दोनों खिलाड़ियों में से किसे फाइनल में एंट्री होगी ये इस मुकाबले पर निर्भर था। हार के बाद लक्ष्य सेन को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा है।

2019 में सिंधू बनी थीं वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय
फाइनल में एंट्री करके किदांबी ने सिल्वर मेडल तो पक्का कर लिया है। लेकिन उनके पास खिताबी मुकाबले में जीत हासिल करके बीडब्लूएफ वर्ल्ड चैंपियन खिताब जीतने वाला पहला भारतीय पुरुष खिलाड़ी बनने का शानदार मौका है। साल 2019 में पीवी सिंधी बैडमिंटन का वर्ल्ड चैंपियनशिप खिताब जीतने वाली पहली भारतीय बनी थीं। 

पहली बार पुरुष लाएंगे एक साथ दो पदक
भारतीय पुरुष खिलाड़ियों ने पहली बार एक ही टूर्नामेंट में दो पदक जीतने का कारनामा कर दिखाया है। इससे पहले प्रकाश पादुकोण(1983) और बी साई प्रणीत(2019) वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत सके थे। लेकिन मौजूदा टूर्नामेंट में 20 वर्षीय लक्ष्य सेन ने एक कांस्य पदक पक्का कर लिया है और श्रीकांत के पास स्वर्ण पदक जीतने का शानदार मौका है। पहली बार कोई भारतीय पुरुष खिलाड़ी वर्ल्ड चैंपियनशिप से कांस्य से अलग पदक लेकर वापस स्वदेश लौटेगा। 

सिंधू ने जीते हैं सबसे ज्यादा पदक
पीवी सिंधू वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाली भारतीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने अबतक कुल पांच वर्ल्ड चैंपियनशिप पदक अपने नाम किए हैं। सिंधू ने एक गोल्ड, एक रजत और तीन कांस्य पदक सहित कुल पांच पदक अपने नाम किए हैं। वहीं सायना नेहवाल एक रजत और एक कांस्य सहित कुल दो पदक अपने नाम कर सकीं। 

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