हां इसकी पुष्टि हो गई है: फीफा के प्रतिबंध लगाने के बाद गोकुलाम केरल को एएफसी चैंपियनशिप से हटाया

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भाषा
Updated Aug 21, 2022 | 05:45 IST

Gokulam Kerala are set to return from Uzbekistan: भारत की कप्तान आशालता देवी के नेतृत्व में 23 सदस्यीय टीम 16 अगस्त को उज्बेकिस्तान की राजधानी पहुंचने के बाद से छह दिनों तक ताशकंद में फंसी हुई थी। फीफा ने 16 अगस्त को ही एआईएफएफ को निलंबित किया था।

Ashalata Devi
आशालता देवी  |  तस्वीर साभार: Indiatimes
मुख्य बातें
  • फीफा प्रतिबंध के कारण गोकुलाम केरल को एएफसी चैंपियनशिप से हटाया
  • भारतीय महिला फुटबॉल टीम 6 दिनों तक ताशकंद में फंसी हुई थी
  • फीफा ने 16 अगस्‍त को एआईएफएफ को निलंबित किया था

नई दिल्ली: भारत पर फुटबॉल की वैश्विक संचालन संस्था फीफा के प्रतिबंध के कारण एएफसी (एशियाई फुटबॉल परिसंघ) महिला क्लब चैंपियनशिप से हटाए जाने के बाद निराश गोकुलम केरल की महिला टीम सोमवार को उज्बेकिस्तान से स्वदेश लौटेगी। भारत की कप्तान आशालता देवी के नेतृत्व में 23 सदस्यीय टीम 16 अगस्त को उज्बेकिस्तान की राजधानी पहुंचने के बाद से छह दिनों तक ताशकंद में फंसी हुई थी। फीफा ने 16 अगस्त को ही अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को निलंबित किया था।

इंडियन वुमेंस लीग चैंपियन गोकुलम को घरेलू टीम सोग्डियाना-डब्ल्यू के खिलाफ क्वार्शी में 23 अगस्त को और फिर अगले राउंड रोबिन मैच में 26 अगस्त को ईरान के बाम खातून एफसी के खिलाफ खेलना था। गोकुलम केरल के अध्यक्ष वीसी प्रवीण ने पीटीआई को बताया, 'हां, इसकी पुष्टि हो गई है। खेल मंत्रालय ने हमें बताया है कि फीफा और एएफसी ने हमें एएफसी महिला क्लब चैंपियनशिप में खेलने की अनुमति देने का उनका अनुरोध अस्वीकार कर दिया गया है इसलिए हम नहीं खेल रहे हैं। आयोजकों ने हमें यह भी बताया है कि हम नहीं खेल सकते।'

उन्होंने कहा, 'हम खिलाड़ियों के रविवार को घर लौटने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ताशकंद से भारत के लिए कोई उड़ान नहीं है। पहली उड़ान सोमवार को है इसलिए हम खिलाड़ियों को सोमवार या मंगलवार को स्वदेश लाने की कोशिश कर रहे हैं। बेशक खिलाड़ी इन चीजों से निराश हैं। उन्हें बिना किसी गलती के भुगतना पड़ रहा है। क्लब को भुगतना पड़ा।'

प्रवीण ने कहा कि एएफसी को उनके क्लब को चैंपियनशिप में भाग लेने की अनुमति देनी चाहिए थी क्योंकि प्रतिबंध लागू होने से पहले उनकी खिलाड़ी टूर्नामेंट के लिए रवाना हो चुकी थीं। उन्होंने कहा, 'कोझीकोड छोड़ने से पहले हमें प्रतिबंध के बारे में नहीं पता था। हमें उज्बेकिस्तान पहुंचने के बाद ही एआईएफएफ पर प्रतिबंध के बारे में पता चला। फीफा और एएफसी को विचार करना चाहिए था। प्रतिबंध को या तो इस चैंपियनशिप के बाद होना चाहिए था या हमें इसमें भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए थी।'

उन्होंने कहा कि क्लब एएफसी से खिलाड़ियों की यात्रा और आवास पर खर्च किए गए लाखों रुपए की भरपाई करने का अनुरोध करेगा। प्रवीण ने कहा, 'एएफसी आम तौर पर अपने टूर्नामेंट के लिए विमान के टिकटों, यात्रा और आवास का खर्चा देता है इसलिए हम एएफसी से अनुरोध करेंगे और देखते हैं कि क्या होता है।' क्लब ने खेल मंत्रालय से अनुरोध किया था और मदद के लिए प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा था। एएफसी ने गोकुलम केरल के टूर्नामेंट में होने वाले मैचों का कार्यक्रम भी अपनी वेबसाइट से हटा दिया है।

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