2021 में खेल जगत में कई बड़े रिकॉर्ड्स और उपलब्धियां देखने को मिलीं। इस साल टोक्यो पैरालंपिक का आयोजन भी हुआ था, जिसमें कई देशों और खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन को बेहतर किया। भारत ने भी पैरालंपिक में दमदार प्रदर्शन किया था। भारतीय एथलीट्स ने 19 पदक जीतकर नया इतिहास रच डाला था, जिसे शायद ही कभी भुलाया जा सके। भारत ने इन खेलों में 5 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए। इससे पहले भारत ने 2016 रियो पैरालंपिक में 4 मेडल हासिल किए थे।
जो पांच दशक में नहीं हुआ, वो कर दिखाया
पैरालंपिक की शुरुआत 1960 में हुई थी मगर भारत ने इन खेलों में पहली बार 1968 में हिस्सा लिया। इसका आयोजन तब तेल अवीव में हुआ था। भारत ने टोक्यो पैरालंपिक से पहले केवल 12 मेडल जीते थे लेकिन 2021 में भारत ने वो कर दिखाया, जो पिछले 53 सालों में कभी नहीं हुआ था। भारत ने ना सिर्फ एक सत्र के बल्कि अपने पैरालंपिक इतिहास के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया। टोक्यो में 19 पदक जीतने के बाद अब भारत के कुल मेडल की संख्या 31 है।
भाविनाबेन पटेल ने दिलाया था पहला मेडल
टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला मेडल टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल ने दिलाया था। उन्होंने महिला टेबल टेनिस एकल मुकाबले (क्लास-4) में सिल्वर पर कब्जा जमाया। उनके बाद निषाद कुमार ने हाई जंप, योगेश कथुनिया ने चक्का फेंक, देंवेद्र झाझरिया ने भाला फेंक, मरियप्पन थंगावेलू और प्रवीण कुमार ने हाई जंप में सिल्वर जीते। सिंहराज अढ़ाना ने शूटिंग तो सुहास यतिराज ने बैडमिंटन में रजत जीता था।
पहला गोल्ड मेडल अवनि लेखरा ने जीता
भारत के लिए टोक्यो पैरालंपिक में पहला गोल्ड निशानेबाज अवनि लेखरा हासिल किया था। उन्होंने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफ़ल शूटिंग मुकाबले में सभी को पछाड़ दिया। अवनि ने पहली बार पैरालंपिक खेलों में भाग लिया था। इसके बाद सुमित अंतिल ने भाला फेंकने में जबकि मनीष नरवाल ने निशानेबाजी में स्वर्ण जीता था। बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत और कृष्णा नागर ने क्रमश: चौथे और पांचवें गोल्ड पर कब्जा किया था।
अवनि-सिंहराज ने ब्रॉन्ज मेडल भी हासिल किए
अविन लेखरा ने ना सिर्फ गोल्ड बलिक शूटिंग में एक ब्रॉन्ज मेडल भी अपने नाम किया था। साथ ही निशानेबाज सिंहराज अढ़ाना ने सिल्वर जीतने के अलावा कांस्य भी हासिल किया। इनके अलावा सुंदर सिंह गुर्जर ने भाला फेंकने में तो शरद कुमार ने हाई जंप में यह पदक जीता था। तीरंदाज हरविंदर सिंह और बैडमिंटन प्लेयर मनोज सरकार भी ब्रॉन्ज लेने में सफल रहे थे।