Denmark Open 2020: बैडमिंटन फिर होगा शुरू, डेनमार्क में खिताब जीतने पर श्रीकांत और लक्ष्य की नजरें

स्पोर्ट्स
भाषा
Updated Oct 12, 2020 | 22:10 IST

India in Denmark Open 2020: अब तमाम अन्य खेलों की तरह बैडमिंटन की भी फिर से शुरुआत होने जा रही है। डेनमार्क ओपन 2020 में इन भारतीय खिलाड़ियों पर रहेंगी सबकी निगाहें।

Kidambi Srikanth and Lakshya Sen
किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन  |  तस्वीर साभार: Twitter

ओडेन्से (डेनमार्क): ओलंपिक में क्वालीफाई करने की कोशिश में जुटे किदाम्बी श्रीकांत और लक्ष्य सेन 750,000 डॉलर राशि के डेनमार्क ओपन में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे जिससे प्रतिस्पर्धी बैडमिंटन बहाल होगा। कोविड-19 के कारण सात महीने के बाद बैडमिंटन कैलेंडर भी इस टूर्नामेंट से फिर से शुरू हो जायेगा। साइना नेहवाल और पारूपल्ली कश्यप ने अंतिम समय में टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया जिससे सभी की निगाहें श्रीकांत और लक्ष्य के प्रदर्शन पर लगी होंगी।

पूर्व नंबर एक श्रीकांत ने तीन साल पहले डेनमार्क खिताब अपने नाम किया था। वह पिछले दो वर्षों से चोटों और खराब फार्म से जूझ रहे थे और कोविड-19 के कारण लगे ब्रेक ने उन्हें खुद पर और अपने गेम पर काम करने में मदद की। गुंटूर का यह 27 साल का खिलाड़ी नयी शुरूआत करने की कोशिश करेगा और पुरानी फार्म में लौटना चाहेगा। श्रीकांत अपने अभियान की शुरूआत इंग्लैंड के टॉबी पेंटी के खिलाफ करेंगे।

वहीं लक्ष्य ने पिछले साल पांच खिताब अपने नाम किये थे जिसमें बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर सुपर 100 के शीर्ष टूर्नामेंट - सारलोलक्स ओपन और डच ओपन - भी शामिल था जिससे वह रैंकिंग में 32वें स्थान पर पहुंच गये थे। लेकिन मार्च में कोविड-19 ने सभी खेल गतिविधियों को बंद कर दिया और लक्ष्य के लिये यह इंतजार हताशापूर्ण रहा जो अभी विश्व रैंकिंग में 27वें स्थान पर हैं।

वह अपने अभियान की शुरूआत फ्रांस के क्रिस्टो पोपोव के खिलाफ करेंगे जिन्होंने पिछले साल अपने देश के लिये विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में पहला पदक जीता था। लक्ष्य ने कहा, ‘‘मैंने काफी सुधार किया है और मैं पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर हूं। यह सभी के लिये पहला टूर्नामेंट होगा तो मैं कुछ भी उम्मीद नहीं कर सकता हूं। पिछले कुछ महीनों में ट्रेनिंग से आत्मविश्वास काफी बढ़ा है लेकिन जब तक मैं मैच नहीं खेलता और खुद को दबाव भरी परिस्थितियों में नहीं डालता, मैं खुद का आकलन नहीं कर सकता।’’

इनके अलावा अजय जयराम और शुभंकर डे भी पुरूष एकल ड्रा में आगे तक पहुंचना चाहेंगे। ड्रा में हालांकि जापानी दल ने हटने का फैसला किया जिसमें विश्व चैम्पियन केंटो मोमोटा, कोकी वाटानाबे और कांटा सुनेयामा शामिल हैं।

जयराम चोट के कारण लंबे समय तक बैडमिंटन एक्शन से दूर रहे और इस साल के शुरू में बार्सिलोना मास्टर्स के सेमीफाइनल में पहुंचे थे। लेकिन स्वास्थ्य संकट ने उनकी वापसी में बाधा डाल दी और वह शुरूआती दौर में स्थानीय प्रबल दावेदार एंडर्स एंटोनसेन के सामने होंगे। वहीं शुभंकर का सामना पहले दौर में कनाडा के जेसन एंथोनी हो शुए से होगा।

अगली खबर