बर्मिंघम: विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने शनिवार को ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के गत विजेता मलेशिया के ली जी जिया को हराकर पहली बार टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया। इस 20 साल के खिलाड़ी ने सेमीफाइनल के करीबी मुकाबले में जिया को 21-13, 12-21, 21-19 से हराकर फाइनल में जगह पक्की की।
इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले लक्ष्य सेन देश के तीसरे पुरुष एकल खिलाड़ी है। उनसे पहले प्रकाश पादुकोण और पुलेला गोपीचंद ने फाइनल में जगह बनायी थी। पादुकोण और गोपीचंद इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता को जीतने में सफल रहे थे जबकि साइना नेहवाल 2015 में महिला एकल के फाइनल में पहुंची थीं।
इस साल लक्ष्य ने जीता था अपना पहला सुपर 500 टूर्नामेंट
लक्ष्य पिछले छह महीने से शानदार लय में चल रहे है। उन्होंने इस साल जनवरी में इंडिया ओपन के रूप में अपना पहला सुपर 500 टूर्नामेंट जीता था और फिर पिछले सप्ताह जर्मन ओपन के उपविजेता रहे थे।
साल 1981 में प्रकाश पादुकोण बने थे ये खिताब जीतने वाले पहले भारतीय
प्रकाश पादुकोण साल 1981 में ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। पादुकोण की जीत के 20 साल बाद पुलेला गोपीचंद साल 2001 में यह खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय बने थे। साल 2015 में साइना नेहवाल इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं थीं लेकिन वो खिताब नहीं जीत सकी थीं।