स्टॉकहोम: सत्र की दमदार शुरूआत करने के बाद ओलंपिक चैम्पियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा बृहस्पतिवार को होने वाली डायमंड लीग में पहली बार पदक जीतने की पूरी कोशिश करेंगे। चोपड़ा ने तुर्कु में पावो नुरमी खेलों में 89.30 का थ्रो फेंककर रजत पदक जीता और कुओर्ताने खेलों में 86.60 मीटर के साथ शीर्ष रहे।
कुओर्ताने में जीता था गोल्ड
फिनलैंड में हुए इन दोनों टूर्नामेंटों में मुकाबला कड़ा था। कुओर्ताने में तो बारिश के कारण फिसलन की वजह से तीसरे प्रयास में चोपड़ा गिर भी गए थे लेकिन तुरंत खड़े होकर चोटिल हुए बिना खिताब जीता। चोपड़ा ने कहा, 'हमने दिसंबर में अभ्यास शुरू किया जो देर से था। मुझे फिर से फिट होना होगा क्योंकि तोक्यो ओलंपिक के बाद मेरा वजन भी बढ़ गया है।'
13.4 किलो बढ़ गया था वजन
उन्होंने टूर्नामेंट से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'मेरा वजन 13.14 किलो बढ़ गया तो लक्ष्य फिर से फिट होने पर है। यही वजह है कि सत्र की शुरूआत देर से की।' उन्होंने कहा, 'हमारा मुख्य लक्ष्य विश्व चैम्पियनशिप और राष्ट्रमंडल खेल है चूंकि एशियाई खेल स्थगित हो गए हैं।'
आठवीं बार कर रहे हैं डायमंड लीग में शिरकत
ज्यूरिख में अगस्त 2018 में 85.73 मीटर थ्रो करके चौथे स्थान पर रहने के बाद चोपड़ा पहली बार डायमंड लीग में खेलेंगे। वह सात डायमंड लीग खेल चुके हैं जिनमें तीन 2017 में और चार 2018 में खेली थी लेकिन इसमें पदक नहीं जीत पाये। दो बार चौथे स्थान पर रहे हैं।
वर्ल्ड चैंपियनशिप से पहले कर रहे हैं आखिरी स्पर्धा में शिरकत
अमेरिका में अगले महीने होने वाली विश्व चैम्पियनशिप से पहले चोपड़ा के लिये यह सबसे बड़ा टूर्नामेंट है। इसमें तोक्यो ओलंपिक के तीनों पदक विजेता मैदान में होंगे। मौजूदा दौर के भालाफेंक खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा बार 90 मीटर की बाधा पार करने वाले जर्मनी के जोहानेस वेटर चोट के कारण बाहर हैं।
उपसाला में कर रहे हैं अभ्यास
कुओर्ताने में स्वर्ण जीतने के बाद चोपड़ा यहां से सौ किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित उपसाला में अभ्यास कर रहे हैं। वह डायमंड लीग के बाद और 15 जुलाई से होने वाली विश्व चैम्पियनशिप से पहले कोई और टूर्नामेंट नहीं खेलेंगे।
स्पर्धा में भाग नही ले पाएंगे मुरली शंकर
भारत के मुरली श्रीशंकर को भी इसमें लंबी कूद में भाग लेना था जो डायमंड लीग कार्यक्रम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन अतिरिक्त प्रतियोगिता के रूप में शामिल हैं। वह हालांकि पहुंच नहीं पायेंगे क्योंकि विश्व चैम्पियनशिप के लिये वीजा औपचारिकतायें पूरी करने के लिये उनका पासपोर्ट दिल्ली में अमेरिकी दूतावास में है।