गुरु गोपीचंद को है भारतीय खिलाड़ियों के राष्ट्रमंडल खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद

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Updated Jul 03, 2022 | 07:00 IST

राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद को आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय बैडमिंटन दल के शानदार प्रदर्शन का भरोसा है।

Pullela-Gopichand
पुलेला गोपीचंद   |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • पुलेला गोपीचंद को भारत के आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में धमाकेदार प्रदर्शन का है भरोसा
  • थॉमस कम जीत के बाद पुरुष खिलाड़ियों से है कोच को ज्यादा उम्मीद
  • पीवी सिंधू के भी खराब फॉर्म से उबरकर जीत की पटरी पर लौटने का है गोपीचंद को भरोसा

कोलकाता: बैडमिंटन टीम के मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद को उम्मीद है कि थॉमस कप में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष एकल में स्वर्ण पदक जीतने और युगल स्पर्धा में अपने रिकॉर्ड को बेहतर बनाने में सक्षम होगी।

राष्ट्रमंडल खेलों के 2018 सत्र में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने दो स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य सहित एक अभूतपूर्व छह पदक जीते थे। किदांबी श्रीकांत और चिराग शेट्टी एवं सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की जोड़ी गोल्ड कोस्ट में दूसरे स्थान पर रही थी। गोपीचंद को लगता है कि मई में थॉमस कप में भारत की शानदार जीत के बाद वे इस बार स्वर्ण जीत सकते हैं।

राष्ट्रमंडल खेलों में शानदार प्रदर्शन की है आशा
इस 48 साल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा, 'एक टीम के तौर पर वैश्विक प्रतियोगिता में यह प्रदर्शन काफी मायने रखता है। हमने इससे पहले खासकर पुरुष वर्ग में इस तरह का प्रदर्शन नहीं किया है।' उन्होंने कहा, 'यह बहुत बड़ी बात है, सामान्य तौर पर टीम ने थॉमस कप में जिस तरह का प्रदर्शन किया है उससे खिलाड़ी उत्साहित और बहुत आशान्वित है। मुझे उम्मीद है कि हम पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन करेंगे। पिछली बार हमने दो स्वर्ण पदक जीते, क्या हम उससे बेहतर कर सकते हैं? लेकिन थॉमस कप को देखते हुए, मुझे यकीन है कि हमारे पास पुरुष एकल और युगल में अपने रिकॉर्ड को बेहतर बनाने का मौका होगा।'

तीन पुरुष खिलाड़ी जीत सके हैं राष्ट्रमंडल में गोल्ड
प्रकाश पादुकोण (1978) और सैयद मोदी (1982) और पारुपल्ली कश्यप (2010) राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पुरुष एकल खिलाड़ी हैं, जबकि चिराग एवं सात्विक ने  2018 में रजत पदक जीतकर इतिहास रचा था। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन 28 जुलाई से आठ अगस्त तक होगा।

सिंधू की समस्या का कोच से बात करके ढूंढेंगे समाधान
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू को शुक्रवार को मलेशिया ओपन में चीनी ताइपे की ताई जू यिंग से लगातार छठी हार का सामना करना पड़ा। दोनों खिलाड़ियों के बीच 16 मैचों में सिंधू की यह 11वीं हार थी। गोपीचंद ने कहा कि सिंधू के कोच पार्क ताए संग के साथ बात कर के समस्याओं को सुलझाने की कोशिश करेंगे।

जोरदार वापसी करेंगी सिंधू
उन्होंने कहा, 'हम निश्चित रूप से इस पर काम करेंगे, वह एक बहुत अच्छी खिलाड़ी है, और ताई जू भी उतनी ही अच्छी हैं। हम उसी के अनुसार योजना बनाएंगे ताकि वह निकट भविष्य में उसे हराने में सफल रहें। उन्होंने कहा, 'हम कोच पार्क से बात करेंगे और पता लगाएंगे कि क्या समस्याएं हैं। वह वर्षों से एक मजबूत खिलाड़ी हैं, वह अनुभवी हैं। मुझे यकीन है कि वह कुछ हफ्तों में जोरदार वापसी करेंगी।'

बेटी गायत्री करेंगी राष्ट्रमंडल खेलों में डेब्यू
गोपीचंद की बेटी गायत्री बर्मिंघम में त्रिसा जॉली के साथ जोड़ी बनाकर महिला युगल में राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण करेंगी। यह पूछे जाने पर कि क्या वह ‘ पिता’ के रूप में ‘नर्वस’ हैं, गोपीचंद ने कहा, 'हर खिलाड़ी का विकास चक्र होता है, हर खिलाड़ी का ‘लर्निंग कर्व’ (सीखने का स्तर) होता है, कोई धीमी गति से सीखने वाला होता है और कोई जल्दी सीखता है। मुझे उम्मीद है कि युवा जल्दी सीखेंगे और जल्द ही देश के लिए बेहतर प्रदर्शन करेंगे।'

‘ऑल-इंग्लैंड’ के पूर्व चैंपियन गोपीचंद यहां के हरिनावी में स्टार बैडमिंटन अकादमी का उद्घाटन करने आए थे, जिसे पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया है।
 

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