नई दिल्लीः विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में जहां महिला सिंगल्स में भारत को पीवी सिंधू के रूप में ऐतिहासिक सफलता मिली (गोल्ड मेडल)। वहीं दूसरी तरफ पुरुष सिंगल्स में भी भारत पदक के साथ लौटा। हालांकि बी साई प्रणीत ने गोल्ड मेडल नहीं जीता लेकिन उन्होंने कांस्य पदक से देश का नाम रोशन किया। साई प्रणीत ने भारत लौटने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए अपनी खुशी जाहिर की और अपनी सफलता का राज भी बताया।
साई प्रणीत के मुताबिक उनकी फिटनेस उनको आत्मविश्वास देती है व इससे उनका मनोबल बढ़ता है। उन्होंने अपने ऊपर काफी काम किया है। प्रणीत ने कहा, 'ये बदलाव के बारे में नहीं है। मैं अपनी फिटनेस पर लगातार काम कर रहा था। मुझे पता है कि अगर मैं फिट हूं तो मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकता हूं। अगर मैं सौ फीसदी फिट हूं, तब मैं गेम में बढ़े हुए मनोबल के साथ उतरता हूं।'
विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने और अर्जुन अवॉर्ड के लिए चुने जाने की खुशी जाहिर करते हुए प्रणीत ने कहा, 'अवॉर्ड मिलने को लेकर मैं बहुत खुश हूं। मुझे खुशी है कि इसके साथ ही मैंने कांस्य पदक भी जीत लिया है।'
प्रणीत ने कहा, 'विश्व चैंपियनशिप एक बहुत बड़ा इवेंट है और हर खिलाड़ी उस मंच पर पदक जीतने का सपना देखता है। मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं और खुश हूं कि मैं इस सफलता को हासिल कर पाया हूं।'