बर्मिंघम: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सुशीला देवी और विजय कुमार यादव ने भारत को जूडो में मेडल दिलाया है। सुशीला देवी ने सीडब्ल्यूजी 2022 में जुडो स्पर्धा में महिलाओं के 48 किग्रा वर्ग में सोमवार को सिल्वर मेडल जीता। भारत की जुडोका सुशीला देवी को फाइनल में दक्षिण अफ्रीका की मिकेला व्हाइटबूई से शिकस्त मिली। वहीं, विजय ने पुरुषों के 60 किग्रा वर्ग में ब्रॉन्ज मेडन अपने नाम किया। उन्होंने साइप्रस के पेट्रोस क्राइस्टोडोलिडेस को इप्पोन से अंक जुटाकर मात दी।
सुशीला देवी और मिकेला व्हाइटबूई के बीच फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक हुआ। दोनों जुडोकाओं ने एक-दूसरे को हावी हेने का कोई मौका नहीं दिया। आखिरी व्हसिल तक दोनों के बीच जोरदार भिड़ंत हुई और नियमित समय तक दोनों जुडोकाओं को अंक नहीं मिले। इसके बाद गोल्डन स्कोर पीरियड में मुकाबला गया, जहां दक्षिण अफ्रीका की मिकेला व्हाइटबूई ने गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने सुशीला देवी के कंधे मैट पर टच कराए, जिससे अंक जीतने में सफल रहीं।
सुशीला ने महिलाओं के 48 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में मॉरिशस की प्रिसकिला मोरांड को मात दी थी। मणिपुर की 27 साल की जुडोका ने मोरांड को 'इप्पों' के सहारे शिकस्त दी थी। इप्पों ऐसा दांव है, जहां प्रतियोगी अपने विरोधी को मैट पर दम और गति के साथ गिराता है ताकि विरोधी अपनी पीठ के बल पर गिरे। इप्पों तब भी दिया जाता है जब प्रतियोगी अपने विराधी को पकड़कर नीचे 20 सेकेंड तक गिराए रखे या फिर विरोधी हार मान ले।
मणिपुर पुलिस के साथ सब-इंस्पेक्टर सुशीला ने दिन की शुरूआत में मालावी की हैरियत बोनफेस को मात देकर क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की थी। बता दें कि सुशीला देवी ने 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में भी सिल्वर मेडल जीता था। उन्होंने 2015 में जूनियर एशियाई चैंपियनशिप्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।