नई दिल्ली: भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट इस साल ओलंपिक्स में पदक जीतने की दावेदार हैं। मगर फोगाट को इससे पहले ही तगड़ा झटका लगा है। सरकार ने 71वें गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले पद्म अवॉर्ड पाने वालों के नाम की घोषणा की। फोगाट का नाम इस लिस्ट से तीसरी बार गायब है। उन्होंने सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा कि हकदार को हमेशा चुना नहीं जाता। इसके साथ ही नाराज फोगाट ने सवाल किया कि आखिर अवॉर्ड के लिए दावेदारों का चयन कौन करता है।
फोगाट ने एक बयान जारी किया, जिसे उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर भी किया। इसमें लिखा है, 'हर साल हमारी सरकार कई खिलाड़ियों को अवॉर्ड देती है। यह अवॉर्ड खेल और खिलाड़ियों के लिए प्रोत्साहन का काम करता है ताकि वह अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखें। मगर ऐसा कई बार देखने को मिला कि यह अवॉर्ड मौजूदा उपलब्धियों और हाल ही में प्राप्त की सफलता वालों का सम्मान नहीं करता।'
इसमें आगे लिखा है, 'यह काफी निराशाजनक है कि हर बार हकदार को छोड़ दिया जाता है। यह अब एक पैटर्न बन चुका है। 2020 अवॉर्ड लिस्ट भी अलग नहीं है। कौन फैसला करता है कि किसे अवॉर्ड मिलना चाहिए? क्या जूरी में मौजूदा या पूर्व एथलीट्स हैं? यह काम कैसे करती है? अंत में यही है कि सब अनुचित लगता है।' बता दें कि विनेश फोगाट को 2016 में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
इस महीने की शुरुआत में विनेश फोगाट ने रोम में साल 2020 का पहला गोल्ड मेडल जीता था। इससे पहले 2019 सितंबर में उन्होंने दो बार की वर्ल्ड मेडलिस्ट मारिया प्रीवोलारकी को मात देकर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
पता हो कि छह बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक मेडलिस्ट एमसी मैरीकॉम को पद्म विभूषण जबकि पूर्व भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कप्तान बेम बेम देवी को पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। पीवी सिंधू को पद्म भूषण जबकि जहीर खान और रानी रामपाल को पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा।