Google Awards 2020: Koo App ने जीता भारत का सबसे आवश्यक ऐप का खिताब, पीएम मोदी भी कर चुके हैं तारीफ  

भारत का ट्विटर कहा जाने वाला कू ऐप (Koo app) ने दैनिक जरुरत की कैटेगरी में सबसे आवश्यक ऐप का गूगल अवॉर्ड 2020 जीता है।

Google Awards 2020: Koo App wins title of India's most essential App
कू ऐप को गूगल अवॉर्ड 

गूगल प्लेस्टोर ने कू को दैनिक जरुरत की कैटेगरी में 2020 के श्रेष्ठ ऐप्स के पुरस्कारों में आज विजेता घोषित किया। कू ऐप (Koo app) को प्लेस्टोर पर भारत में हजारों ऐप्स में से चुना गया था। गूगल यूजर्स के पसंदीदा ऐप का जश्न मनाने के लिए हर साल इन पुरस्कारों की घोषणा करता है। कू भारतीय भाषाओं में भारत का अपना स्वयं का माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है। कू हिंदी, कन्नड़, तेलुगु, तमिल, बंगाली, गुजराती और मराठी में उपलब्ध है। यह जल्द ही अंग्रेजी भी उपलब्ध होगा। माइक्रोब्लॉगिंग के क्षेत्र में कू का सीधा मुकाबला ट्विटर से होता है।

भारत का 90% हिस्सा अंग्रेजी नहीं बोलता है और इंटरनेट के अनुभव का एक बड़ा हिस्सा अंग्रेजी के आसपास बनाया गया है। नतीजतन, आज इंटरनेट पर भारतीय स्थानीय भाषाओं में उपभोग के लायक सामग्री की कमी है। कू भारत की भाषाओं में बोलने वालों को अपनी मातृभाषा में व्यक्त करने और अन्य समुदाय के सदस्यों से उनकी पसंद की भाषा में विचारों का उपभोग करने के लिए एक मंच देता है। अपार भारतीय भाषाओं से जुड़ा अनुभव जो कू पर यूजर्स को प्राप्त होता है, वह किसी भी अन्य माइक्रोब्लॉग पर उपलब्ध नहीं हैं। कू को भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए आत्मनिर्भर ऐप चैलेंज के विजेता के रूप में भी घोषित किया गया था। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अगस्त में राष्ट्र को अपने 'मन की बात' संबोधन में कू का उपयोग करने के लिए भारतीयों को प्रोत्साहित किया था।

कू के सीईओ और सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा कि गूगल  से यह पुरस्कार प्राप्त करके हम बहुत गौरवान्वित और आभारी हैं। प्लेस्टोर पर कू को हजारों ऐप्स में से चुना गया है। यह यूजर्स के उस प्यार का प्रमाण है जो हमें मार्च में कू शुरू करने के बाद से 8 महीने की छोटी अवधि में मिला है। हम लोगों के लिए ऐसे अनूठे और खूबसूरत अनुभव बनाने की बेहतर से बेहतर कोशिशें करते रहेंगे जो लोगों को अपनी मातृभाषा में खुद को अभिव्यक्त करने में मदद करते रहें। हम सभी को कू पर इस जीवंत परिवार और समुदाय का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करते हैं।

कू के सह-संस्थापक मयंक बिदावतका ने कहा कि कू को भारत और भारतीयों की आवाज का प्रतिनिधित्व करने के लिए बनाया गया है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कू के मूल में है। हम भारतीयों को अपने विचार एक बड़े समुदाय के साथ साझा करने में सक्षम बनाते हैं और दुनिया भर के भारतीयों को उनकी मातृभाषा में एकजुट करने में मदद करते हैं। हमें 2020 में गूगल द्वारा सर्वश्रेष्ठ एप्स में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त करने पर बहुत खुशी है। हम माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू किए गए आत्मनिर्भर मिशन के लिए प्रतिबद्ध हैं और भारत को गौरवान्वित करने वाले डिजिटल उत्पाद बनाने की दिशा में काम करेंगे।

दुनिया के सभी क्षेत्रों राजनीति, फिल्म उद्योग, खेल सितारे, लेखक, कवि, गायक, संगीतकार, पत्रकार, संपादक और विभिन्न व्यवसायों में कार्यरत लाखों यूजर्स कू पर मौजूद हैं। जिनकी आवाज कहीं और कभी नहीं सुनी जाती है, ऐसे वर्गों के लोगों की कू इस मंच पर देखना एक आम बात है।

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