नई दिल्ली। इंटरनेट पर बढ़ते अपराध को देखते हुए गूगल अब कई ऐसे फीचर्स लाने की तैयारी में हैं। जिससे बच्चे पहले से ज्यादा सुरक्षित रहेंगे और उनके मां-बाप को भी सुरक्षा का अहसास होगा। नए फीचर्स के तहत 18 साल से कम उम्र के बच्चे अगर चाहेंगे तो उनकी तस्वीर गूगल के सर्च इमेज से हटा दी जाएगी। इस तरह का अनुरोध बच्चों के माता-पिता भी कर सकेंगे। इसके अलावा लोकेशन हिस्ट्री भी ऑफ रहेगी। इसके अलावा गूगल, यूट्यूब आदि के लिए कई सारे फीचर्स लेकर आ रहा है तो आइए जानते हैं कि नई बदलाव से क्या मिलेंगी सुविधाएं...
गूगल ने अपने ब्लॉग स्पॉट में कहा है "हम ऐसे प्रोडक्ट डिजाइन करने के लिए प्रतिबद्ध है जो स्वत: रुप से न केवल सुरक्षित हो बल्कि उस पर लोगों का भी नियंत्रण रहे। इसी कड़ी में हम अपनी नीति के तहत 13 साल से कम उम्र के बच्चों को स्टैण्डर्ड गूगल अकाउंट बनाने की अनुमति नहीं देंगे। "
आने वाले हफ्तों में गूगल ऐसी सुविधा देगा कि जिससे 18 साल से कम उम्र के बच्चों और उनके अभिभावक गूगल इमेज से तस्वीर हटवा सकेंगे। हालांकि गूगल ने यह भी स्पष्ट किया है "सर्च से तस्वीर हटाने का मतलब यह नहीं है कि तस्वीर वेब से हट जाएगी। लेकिन नए बदलाव से हमारा मानना है कि युवाओं को अपनी ऑनलाइन तस्वीर पर कहीं ज्यादा नियंत्रण होगा।"
दूसरे क्या होंगे अहम बदलाव
-गूगल की तरफ से 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सभी तरह के विज्ञापन देखने पर प्रतिबंध होंगे। यानी उम्र के आधार पर विज्ञापन किसे दिखाया जाएगा यह तय होगा
-18 साल से कम्र उम्र के लोग एक स्टैंडर्ड गूगल अकाउंट नहीं बना पाएंगे। लेकिन उन्हें सीमित फीचर्स के साथ गूगल अकाउंट को इस्तेमाल करने की छूट होगी।
-गूगल , गूगल प्ले स्टोर पर एक नया सिक्योरिटी सेक्शन शुरू कर रहा है जो बच्चों के माता-पिता को यह बताएगा कि कौन सा ऐप परिवार के लिए तय दिशानिर्देशों का पालन करता है। गूगल ने कहा कि किसी भी ऐप को यह जानकारी देनी होगी कि वे अपने द्वारा एकत्र किए गए डाटा का उपयोग कैसे करता है, जिससे माता-पिता के लिए यह तय करना आसान हो जाएगा कि कोई भी ऐप उनके बच्चे के लिए सही है या नहीं ।
-ऑनलाइन बच्चा क्या सर्च कर रहा है, इसकी जानकारी माता-पिता को रहेगी। इसके लिए गूगल बच्चों के लिए नया फीचर ले आएगा, जिसे सेफ्टी सर्च के नाम से जाना जाएगा। इसमें बच्चों का गूगल अकाउंट फैमिली के साथ लिंक रहेगा। जिसमें 18 साल के उम्र के बच्चे साइन-इन कर सकेंगे। इस तरह बच्चे ऑनलाइन क्या सर्च कर रहे हैं, इसकी जानकारी घरावालों की होगी।
-3 से 17 साल के बच्चे यूट्यूब डिफॉल्ट अपलोड का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
-गूगल माता-पिता को अपने बच्चों के डिवाइस के लिए स्क्रीन टाइम लिमिट और रिमाइंडर भी सेट करने देगा।