पिछले साल ही मार्क जकरबर्ग ने व्हाट्सएप को लेकर ये ऐलान किया था कि जल्द ही मैसेजिंग एप पर पेमेंट की सुविधा की शुरू कर दी जाएगी। व्हाट्सएप यूजर्स के लिए गुड न्यूज ये है कि इस पर पेमेंट सुविधा की शुरुआत कर दी गई है। सबसे पहले ब्राजील में इसकी शुरुआत की गई है।
बताया जा रहा है कि इससे पहले सोशल मैसेजिंग एप व्हाट्सएप पर पेमेंट सर्विस को लेकर कई महीने तक ट्रायल किया गया इसके बाद अब जाकर इस फीचर को लॉन्च किया गया है।
इस पर अब यूजर्स फेसबुक पे फीचर का इस्तेमाल करके पैस भेज भी सकते हैं और रिसीव भी कर सकते हैं। बता दें कि फेसबुक पे पिछले साल शुरू किया गया था और अब फेसबुक पे ने कहा है कि मैसेंजर और व्हाट्सएप पर भी ये सुविधा सपोर्ट करेगी। व्हाट्सएप ने हाल ही में अपने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा था कि वर्तमान में यूजर्स के लिए पेमेंट की सुविधा का इस्तेमाल कर मुफ्त है लेकिन आगे चलकर बिजनेस के लिए रिसीव किए गए पेमेंट पर 3.99 फीसदी प्रोसेसिंग फी चार्ज की जाएगी।
पेमेंट सर्विस 6 नंबर के पिन या फिर ट्रांजैक्शन कंप्लीट करने के लिए फिंगरप्रिंट की आवश्यकता होगी। व्हाट्सएप ने आगे कहा कि इस फीचर के लिए सुरक्षित रुप से पैसों का लेन देन किया जा सकेगा और इसमें चैट के भी लीक होने का बिल्कुल खतरा नहीं है।
ब्राजील में 10 मिलियन के करीब आबादी छोटे-बड़े व्यवसायी वर्ग में गिने जाते हैं। किसी भी बिजनेस में पेमेंट की सुविधा को आसान कर दिया जाए तो इससे उस बिजनेस में काफी ग्रोथ होने के आसार बन जाते हैं साथ ही ये डिजिटल इकोनॉमी के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है।
इससे नए अवसर पैदा होंगे।
व्हाट्सएप ने आगे कहा कि हम पैसों के लेन देन की सुविधा को इतना आसान बना रहे हैं कि जिस प्रकार से कोई आसानी से एक दूसरे से मैसेज पर चैट करता है उतनी ही आसानी से वह एक दूसरे से पैसों का लेन देन भी कर सकता है।
उन्होंने आगे बताया कि व्हाट्सएप पेमेंट, फेसबुक पेमेंट से इनेबल होगा। यूजर्स अपने मास्टर कार्ड और वीजा कार्ड को व्हाट्सएप पेमेंट सर्विस से लिंक कर इस फीचर का लाभ उठा सकते हैं। सियेलो नाम के एक पेमेंट प्रोसेसर ने फिलहाल व्हाट्सएप की टीम के साथ टाइअप किया है जो ट्रांजैक्शन में मदद करती है। व्हाट्सएप ने कहा कि आगे चलकर हम ऐसे ही कई पार्टनर्स को अपने साथ जुड़ने के लिए स्वागत करते हैं।
हालांकि अभी भारत में इस फीचर को लॉन्च नहीं किया गया है। बताया गया कि भारतीय बाजार के लिए अभी इसका ट्रायल किया जा रहा है कि यह यहां पर कितनी कारगर साबित हो सकता है। ट्रायल वर्जन यूपीआई होगा ना कि फेसबुक पे।