नई दिल्ली: दूरसंचार कंपनियों ने सरकार की हालिया चेतावनी के बाद नेटवर्क और सिस्टम की सतर्कता बढ़ा दी है। सरकार ने आगाह किया था कि आने वाले दिनों में साइबर हमलावर कोविड-19 के बहाने लोगों और कारोबारियों को बड़े पैमाने पर निशाना बना सकते हैं। एयरटेल ने एक सुरक्षा परामर्श में कहा है कि लगातार निगरानी कर रही है और अगले 5-7 दिनों के लिए सुरक्षा संचालन केंद्र को उच्च जोखिम की स्थिति के लिए तैयार किया गया है।
एयरटेल ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण ज्यादातर कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं, और इस कारण जोखिम बढ़ गया है, खासतौर से फिशिंग हमलों को लेकर। एयरटेल ने अपने ग्राहकों से संभावित हमले से बचने के लिए सभी जरूरी सुरक्षा उपाए करने के लिए कहा है। कंपनी ने कहा, 'इन हमलों से न सिर्फ महत्वपूर्ण कारोबारी गतिविधियों के बाधित होने का जोखिम है, बल्कि आपके ब्रांड की प्रतिष्ठा भी प्रभावित हो सकती है... इन खतरों से बचने के लिए संगठनों को अपने साइबर ढांचे को मजबूत बनाने की जरूरत है।'
विभिन्न रिपोर्टों का हवाला देते हुए एयरटेल ने चेतावनी दी कि ई-मेल, फिशिंग हमले, संदिग्ध वेबपेज, इंटरनेट लिंक, नेटवर्क से जुड़े अन-अपडेटेड सिस्टम और आईडी चोरी के जरिए साइबर हमले शुरू किए जा सकते हैं। कंपनी ने सुझाव दिया है कि घर से काम करने वाले सभी कर्मचारियों को एंटी-वायरस और अन्य सॉफ्टवेयर पैच अपडेट करने की सलाह दी जाए, और उन्हें नियमित अंतराल पर इस बारे में जागरूकता किया जाए।
संपर्क करने पर वोडाफोन आइडिया के एक प्रवक्ता और रिलायंस जियो के एक सूत्र ने कहा कि सतर्कता के स्तर को बढ़ा दिया है। पिछले सप्ताह भारत की साइबरसुरक्षा की नोडल एजेंसी सीईआरटी-इन ने संभावित फिशिंग हमले की चेतावनी जारी की थी।